नई दिल्ली (पीटीआई)। कोरोना वायरस के मामले शनिवार को 14 हजार पार हो गए हैं। ऐसे में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के कान्वलेसन्ट प्लाज्मा थैरेपी के क्लिनिकल ट्रायल के प्रपोजल को हरी झंडी मिल गई है। सेंट्रल ड्रग रेगुलेटर (केंद्रीय दवा नियामक) ने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ा दिया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कहा कि आईसीएमआर ने सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) को उन संस्थानों की सूची सौंपी है, जिन्होंने ट्रायल के संचालन में इंट्रेस्ट दिखाया है। वे हेल्थ रिसर्च बाॅडी के साथ कंसल्ट कर सकते हैं। सीडीएससीओ ने सार्वजनिक हित को देखते हुए आईसीएमआर का ये प्रस्ताव आगे बढाया है। उसने कोरोना वायरस के मरीजों का कान्वलेसन्ट प्लाज्मा थैरेपी के क्लिनिकल ट्रायल पर आब्जेक्शन नहीं दिखाया।

आईसीएमआर के प्रस्ताव से कोरोना पर काबू पाने की उम्मीद

वर्तमान में कोविड-19 के लिए कोई अप्रूव्ड मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं हैं। ऐसे में आईसीएमआर के इस प्रस्ताव से कोरोना पर काबू पाने की उम्मीद सी जगी है। अगर उसका यह क्लिनिकल ट्रायल सक्सेज होता है कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के ब्लड प्लाज्मा से अन्य मरीजों का ट्रीटमेंट किया जा सकता है। डाॅक्टर्स का मानना है कि कान्वलेसन्ट प्लाज्मा थैरेपी के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके मरीजों के खून को नए मरीज के खून में डालकर उसके शरीर में मौजूद वायरस को खत्म किया जा सकता है। इससे कोरोना वायरस को हराने में मदद मिल सकती है।

देश में कोरोना वायरस के मामले शनिवार को 14 हजार पार हो गए

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 991मामलों की वृद्धि के साथ देश में पीड़ितों की संख्या 14,378 हो गई है। मंत्रालय के अनुसार, कुल मामलों में से, 11,906 मामले सक्रिय हैं, जबकि 1,992 लोग ठीक हो गए हैं। अब तक कोरोना से 480 मौतें हो चुकी हैं, जिसमें पिछले 24 घंटों में हुई 43 मौतें भी शामिल है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र की स्थिति बहुत गंभीर है। यहां पर अब तक 3,323 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसमें 331 मरीज ठीक हुए हैं जबकि 201 लोगों की माैत हुई है।

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