- मामू गैंग का एक शातिर चढ़ा पुलिस के हत्थे

- 20 लाख रुपए की स्मैक की बरामद

देहरादून:

दून में स्मैक पहुंचाने वाला मामू गैंग का मास्टरमाइंड प्रेमनगर पुलिस ने दबोच लिया है। उसके कब्जे से पुलिस ने 20 लाख रुपए की स्मैक बरामद की है। गैंग के दो और शातिरों की पड़ताल कर रही है।

बरेली से लाया था स्मैक की खेप

एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि दून में बढ़ती स्मैक तस्करी को देखते हुए सभी थाना पुलिस को एक्टिव किया गया। बताया कि प्रेमनगर पुलिस को बरेली से स्मैक की बड़ी खेप दून पहुंचने की सूचना मिली थी। पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाते हुए चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान 17 अगस्त को धूलकोट, सिंघनीवाला तिराहे में एक संदिग्ध व्यक्ति को रोका तो वह भागने लगा। पुलिस ने उसे दबोच लिया। तलाशी ली तो उसके पास से अलग-अलग पैकेटों में स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम इकलास खान उर्फ मामू निवासी मोहल्ला नई बस्ती, थाना सदर कैंट, बरेली बताया। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले एक साल से दून में स्मैक की खेप पहुंचा रहा था। इसमें सबसे ज्यादा स्मैक प्रेमनगर क्षेत्र में पहुंचाई।

दो और शातिरों के मिले इनपुट

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी ने अपने दो साथी अबरार व साहिल को भी तस्करी में शामिल बताया है। दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपी ने बताया कि वह दून के अलावा बरेली के फतेहगंज, मेरठ, सहारनपुर, हरिद्वार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश में भी स्मैक तस्करी की बात स्वीकारी है।

जेल में बुना स्मैक तस्करी का जाल

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह एक मर्डर केस में पंजाब जेल में बंद रहा। इसी दौरान उसका संपर्क स्मैक तस्करों से हुआ। जेल से जमानत के बाद वापस बरेली लौटा तो उसने स्मैक तस्करी का धंधा संभाल लिया। बताया कि पहले वह फेरी लगाने का काम करता था।

जानलेवा स्मैक का भी कारोबार

पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि कई स्मैक तस्कर इन दिनों केमिकल डालकर स्मैक तैयार कर रहे हैं। यह स्मैक नशा करने वालों की जान ले सकती है लेकिन, मोटी कमाई के लालच में ये धंधा धड़ल्ले से चल रहा है।

स्मैक की होगी जांच

तस्कर से पकड़ी गई स्मैक का नमूना पुलिस जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजेगी। जहां इस बात की पड़ताल की जाएगी कि स्मैक असली है या नकली। जांच रिपोर्ट को भी आरोपी के खिलाफ केस में शामिल की जाएगी।