केस-1:
हाफिजगंज कस्बा के काशी धर्मपुर निवासी योगेंद्र कुमार उर्फ अन्नू दोस्त वीरेंद्र के साथ शहर में किसी काम के लिए गए था। संडे रात नौ बजे बीसलपुर रोड पर राधा माधव स्कूल के सामने शराब पीकर चला रहे ट्रैक्टर ट्राली ड्राइवर को ओवरटेक किया। इस दौरान उनकी बाइक फिसल गई। वीरेंद्र घायल दोस्त को टेंपो से लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। उसकी मौत हो गई।
केस-टू
कैंट के बीआई बाजार निवासी रामचंद्र (50) अंडे का ठेला लगाकर गुजर-बसर करता था। संडे देर रात वह ठेला लेकर घर लौट रहा था। इसी बीच शराब पीकर बाइक चला रहे अंशु ने रामचंद्र को कुचल दिया। जिसमें अंशु भी जख्मी हो गया था। पीआरवी पुलिस ने दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां मंडे को इलाज के दौरान रामचंद्र ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है अंशु कोतवाली के साहु गोपीनाथ का रहने वाला है। तहरीर के आधार पर कैंट पुलिस ने अंशु के खिलाफ केस दर्ज किया है।
केस-तीन
कस्बा आंवला के चूरा नवदिया निवासी नेहाल सिंह(45) खेतीबाड़ी करता था। उसकी पत्नी ऊषा सर्किट हाउस के ऑर्किटेक्चर के घर पर खाना पकाने का काम करती है। बीते 12 नवम्बर की रात करीब 10 बजे वह शराब के नशे में जंक्शन रोड पर घर लौट रहा था। इसी बीच चौकी चौराहे के पास उसकी बाइक डिवाइडर से टकरा गई। जिस वजह से उसके सिर में गंभीर चोट आई थी। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
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- दस महीने में नशे की हालत में गाड़ी चलाने वाले 378 लोगों का हुआ चालान
- स्पीड पर कंट्रोल नहीं कर सके यह लोग, खुद भी हुए गंभीर रूप से घायल
बरेली : शराब पीकर गाड़ी चलाना गैरकानूनी है। लेकिन इस नियम को न सिर्फ तोड़ रहे हैं बल्कि इसे लेकर ट्रैफिक डिपार्टमेंट की ओर से चलाए अभियान से भी बेखौफ हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आंकड़े बता रहे हैं कि किस कदर लोग अपने और दूसरों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। रात में चौराहे के बीच से लोग इतनी रफ्तार में निकलते हैं कि आसपास लोग सहम जाते हैं। बीते दस महीने मे ट्रैफिक पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 378 लोगों का चालान किया है। इन लोगों ने 85 बेकसूर लोग को हादसे का शिकार बनाया है।
यह हो रहे रोकने के प्रयास
यातायात सुरक्षा सप्ताह के दौरान सड़कों पर शराबियों की लगाम कसने पर एसएसपी ने पुलिस को फौरन कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इसके चलते ट्रैफिक पुलिस और लोकल पुलिस ने अपने एरिया में शराबी पीकर गाड़ी चलाने वालों का चालान किया। इसका नतीजा है कि दस महीने में 378 ऐसे मामले आ चुके हैं। जिन पर ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई की। जबकि पुलिस के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार आईपीसी की धारा 304-ए के तहत 85 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। इसमें दो साल की जेल अथवा जुर्माना या दोनों सजा का प्रावधान है।
थाना आंकड़ों
सुभाषनगर 15
कोतवाली 12
बिथरीचैनपुर 15
सीबीगंज 08
इज्जतनगर 0
बारादरी 08
प्रेमनगर 0
किला 16
कैंट 11
टोटल 85
रात में शराबी मचाते हैं उत्पात
सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने वाली पुलिस सुबह से चौराहों पर एक्टिव दिखने लगती है। लेकिन शाम ढलते ही सारी व्यवस्था बेपटरी हो जाती है। ऐसे में शराबियों की मौज हो जाती है। शहर की सड़कों पर फर्राटा भरते वाहन व शराबियों की संख्या बढ़ जाती है। मदहोश होकर गाड़ी चलने वाले लोगों दूसरों के साथ ही खुद बड़े हादसे का शिकार बन जाते हैं।
चालान की औपचारिकता
शराब पीकर गाड़ी चलाकर अपना और दूसरों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले लोगों के लिए चालान की कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है। तभी तो शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले कम नहीं बल्कि बढ़ते ही जा रहे हैं। नतीजन हादसों की संख्या में कमी नहीं हो रही है।
शराबियों पर हो सख्त एक्शन
शराबियों पर केस दर्जकर प्रभावी कार्रवाई करने की दरकार है। चालान के अलावा गाड़ी सीज करना और केस दर्ज होने से ही शराब पीकर वाहन चलाने की प्रवृत्ति पर रोक लग सकेगी। प्रभावी कार्रवाई के अभाव में लगातार चालान के बावजूद भी हर दूसरे दिन कई मामले सामने आते है।
वर्जन
सड़कों पर नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। लापरवाही से वाहन चलाने वालों के लाइसेंस भी निलंबित करवाए जाएंगे।
सुभाषचंद्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक