एक्सक्लूसिव

- चेस्ट हॉस्पिटल समेत हैलट की ओपीडी में दो गुना आने लगे सांस के रोगी

- नमी और कोहरे की वजह से नीचे आए धूलकण बने परेशानी की वजह

- पार्टिकुलेटेड मैटर मानक से 7 गुना ज्यादा, डॉक्टर्स का अलर्ट, सुबह मार्निग वॉक से बचें

KANPUR: बुधवार को पारा न्यूनतम स्तर पर 10.8 डिग्री तक पहुंचा। वहीं शहर में प्रदूषण का स्तर 7 गुना से ज्यादा दर्ज किया गया। ठिठुरन बढ़ने के साथ ही कोहरे और नमी के बढ़ने से ये प्रदूषण घातक हो गया है। बीते चार दिनों में हैलट के मेडिसिन विभाग व चेस्ट हॉस्पिटल की ओपीडी में मरीजों की संख्या दो गुनी हो गई है। खास बात यह है कि हवा न चलने की वजह से धूालकण काफी नीचे आ गए हैं। डॉक्टर्स ने इन हालातों को लेकर विशेष अलर्ट भी जारी किया है और मार्निग वॉक से बचने की हिदायत दी है।

नमी, कोहरे ने बढ़ाई मुश्किल

शहर में पीएम-2.5 का स्तर हमेशा ही मानक से कई गुना ज्यादा रहता है, लेकिन नमी कम होने और हवाएं चलने से धूलकण छटते रहते हैं, लेकिन बीते तीन दिनों से ठिठुरन बढ़ने के साथ ही नमी का स्तर और कोहरा भी बढ़ा है। और हवा की रफ्तार थम सी गई है। ऐसे में धूलकण एक ही जगह जमे है। इसका ज्यादा असर सुबह और शाम के समय दिखाई देता है। मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। संजय वर्मा ने बताया कि इस मौसम में अस्थमा और फेफड़े और चेस्ट की प्रॉब्लम से पीडि़त लोगों को तो सावधानी रखनी ही चाहिए। क्योंकि इससे चेस्ट में कंजेशन होना तो आम बात है ही इसके अलावा सांस भी काफी फूलती है। ऐसे में मार्निग वॉक से तो बचना ही चाहिए। इसके अलावा खुद को ठीक से ढक कर रखना जरूरी है।

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दो दिन में प्रदूषण का स्तर

बुधवार- दोपहर 12.45 बजे

पीएम-2.5- 438.03 मिलीग्राम प्रति घनमीटर

शाम- 3.45 बजे

पीएम-2.5- 424.95 मिलीग्राम प्रति घनमीटर

न्यूतनम तापमान- 10.8 डिग्री सेल्सियस

आ‌र्द्रता(नमी)- 93.40 परसेंट

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मंगलवार- दोपहर 12.45 बजे

पीएम-2.5- 444.29 मिलीग्राम प्रति घनमीटर

आ‌र्द्रता - 90.18 परसेंट

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बुधवार को ओपीडी में आए मरीज

मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल- 350

हैलट मेडिसिन विभाग- 542

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