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साल से सज रहा है खुल्दाबाद दुर्गा पूजा कमेटी में मां का दरबार

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महीने से पंडाल तैयार करने में जुटे हैं कोलकाता से आये कलाकार

2.5

लाख रुपये खर्च किये जाएंगे पंडाल के तैयार होने पर

1.6

लाख रुपये खर्च होंगे पंडाल में स्थापित होने वाली मूर्तियों पर

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आदमी लगातार कर रहे हैं पंडाल निर्माण का काम

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मूर्तियां कुल स्थापित की जाएंगी पंडाल में

सीजेआई के कोर्ट जैसा होगा खुल्दाबाद दुर्गा पूजा पंडाल का लुक

गणेश जी रहेंगे मां के वाचक की भूमिका में, कटघरे में होगा राक्षस

PRAYAGRAJ: पंडाल सुप्रीम कोर्ट जैसा फील कराएगा। अंदर भी सीन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के कोर्ट रूप जैसा होगा। जस्टिस की कुर्सी पर विराजमान होंगी मां। मां के पीछे वाचक के रूप में गणेश की प्रतिमा स्थापित होगी। पूरा सीन कोर्ट रूम जैसा होगा तो कटघरे में राक्षण को खड़ा किया जाएगा। सामने वकील और गवाह का भी सीन क्रिएट होगा और भगवान का कोई न कोई रूप इनका प्रतिनिधित्व कर रहा होगा। जी हां, खुल्दाबाद दुर्गा पूजा कमेटी का पंडाल इस साल इसी थीम पर तैयार हो रहा है। ढांचा बनकर तैयार हो चुका है।

अंतिम दौर में हैं तैयारियां

36 साल पुरानी खुल्दाबाद दुर्गापूजा कमेटी के उपाध्यक्ष अंकित चौरसिया उर्फ पवन बताते हैं कि पंडाल की थीम उनके बड़े भाई नितिन चौरसिया ने तैयार की है। मूर्तियों की लोकेशन भी उन्होंने ही तय की है। मूर्तियों के निर्माण की जिम्मेदारी हावड़ा के रहने वाले सुदीप पाल को दी गयी है। वह रामबाग में इन्हें तैयार करने में पूरी शिद्दत के साथ जुटे हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट की क्यों के जवाब में पवन का कहना था कि कोर्ट ने तमाम फैसले ऐसे दिये हैं जो नजीर हैं। सामाजिक सरोकार से लेकर सिक्योरिटी के इश्यू पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले नजीर हैं। मध्यस्थता से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मसला तय नहीं हो सका तो सुप्रीम कोर्ट ने इस जिम्मेदारी को भी अपने हाथ में लेते हुए लगातार सुनवाई का फैसला लिया है।

और क्या होगा खास

12 फीट ऊंची होगी देवी माता की मूर्ति।

तीन फुट ऊंचा होगा मुकुट। मूर्ति की कुल हाइट 15 फिट तक पहुंच जाएगी।

एक कटघरे में महिषासुर राक्षस को खड़ा किया जाएगा।

महिषासुर वध पर आधारित 15 मिनट का लाइट एंड साउंड शो भी प्रदर्शित किया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्था है और मां दुर्गा दुष्टों का संहार करने वाली सर्वोच्च देवी हैं। उन्होंने महिषासुर जैसे महाबलशाली दैत्य को मृत्यु की सजा सुनाकर उसका अंत किया था। इसी संदेश को जन जन तक देने के लिए पांडाल के लुक को सुप्रीम कोर्ट जैसा लुक देकर माता को उसमें विराजमान किया जाएगा।

पमपम,

आयोजक, खुल्दाबाद दुर्गापूजा कमेटी