- बिना अनुमति आयोजित बीएसपी के धरना-प्रदर्शन ने थामी राजधानी की रफ्तार

- जिला प्रशासन व पुलिस दिखी बेबस, धरना खत्म होने के बाद संभले हालात

- ऑफिस जा रहे लोगों व स्कूल जा रहे बच्चों को पेश आई भारी दिक्कत

LUCKNOW : बुधवार रात तक बिना परमीशन किसी भी धरना-प्रदर्शन को आयोजित न होने देने का दावा कर रहा जिला प्रशासन गुरुवार सुबह होते-होते अपनी बात से पलट गया। नतीजतन हजरतगंज चौराहा गुरुवार सुबह से ही जाम की चपेट में आ गया। देखते ही देखते ट्रैफिक के हालत बेकाबू होने लगे और आधे शहर की रफ्तार थम सी गई। जिसके चलते ऑफिस जा रहे लोगों व स्कूल जा रहे मासूम बच्चों को भारी दिक्कत पेश आई। पांच घंटे तक आधा शहर बंधक बना रहा और जिला प्रशासन व पुलिस के ऑफिसर्स बेबस नजर आए। दोपहर करीब एक बजे प्रदर्शन खत्म होने पर हालात कुछ संभले और ट्रैफिक सिस्टम एक बार फिर से बहाल हो सका।

सुबह से रेंगने लगा ट्रैफिक

बीएसपी द्वारा हजरतगंज चौराहा स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। हालांकि, इस प्रदर्शन के लिये कोई परमीशन नहीं ली गई थी। जिला प्रशासन ने भी बिना परमीशन किसी भी आयोजन को न होने देने का दावा किया। पर, गुरुवार सुबह होते ही हजरतगंज चौराहा पर बीएसपी कार्यकर्ता पहुंचने लगे। सुबह 8 बजते-बजते वहां पर तकरीबन एक हजार कार्यकर्ता जुट चुके थे। नतीजा यह हुआ कि इतनी सुबह आमतौर पर सूनसान रहने वाले हजरतगंज चौराहे पर जाम की नौबत आ गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग लगाकर एक साइड किया लेकिन, ट्रैफिक की रफ्तार बढ़ न सकी।

ऑफिस टाइम पर बिगड़े हालात

सुबह से ही ही चौराहे पर कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही थी। साथ ही चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था। जिसके चलते ऑफिस टाइम पर हालात बेकाबू हो गए। आलम यह था कि हजरतगंज चौराहे पर की ओर आने वाली सभी सड़कों पर लंबा जाम लग गया। सबसे बुरा हाल हजरतगंज चौराहा से महाराणा प्रताप चौराहे तक था जहां हजारों चार पहिया और दोपहिया गाडि़यां जाम में फंसी हुई थीं। विधानसभा मार्ग से गुजरने वाली सड़कों कैंट रोड, इस्लामिया कॉलेज रोड, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग, कैसरबाग रोड, गुरु गोविंद सिंह मार्ग पर भी लंबा जाम लग गया। जाम से निकलने में लोगों को दो घंटे तक का वक्त लग गया।

चरमरा गया ट्रैफिक सिस्टम

प्रदर्शन के मद्देनजर लखनऊ टै्रफिक पुलिस ने बुधवार देररात आनन-फानन में एक ट्रैफिक डायवर्जन प्लान जारी किया था। इसके तहत प्रदर्शन के दौरान ट्रैफिक जाम होने की दशा में विधानसभा मार्ग से गुजरने वाले ट्रैफिक को दूसरी सड़कों पर डायवर्ट किये जाने की योजना थी। पर, पीक टाइम में विधानसभा मार्ग पर जाम लगने से इससे लिंक सड़कों पर भी जाम लग गया और डायवर्जन का प्लान धरा का धरा रह गया।