स्वतंत्रता पर बैन नही लगाया जा सकता

मद्रास आइआइटी के छात्र संगठन आंबेडकर-पेरियार सर्कल (एपीसी) के डिस्कशन फोरम पर आईआईटी प्रशासन की ओर से प्रतिबंध का मामला गंभीर हो गया है. आज प्रतिबंध के विरोध में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीयूएफआइ) के कार्यकर्ता मद्रास आईआईटी में कैंपस के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं इस दौरान कॉलेज प्रशासन, मोदी सरकार और एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शन कारियों का कहना था कि किसी की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बैन नही लगाया जा सकता है. यहां पर 'आरएसएस वाली तानाशाही' हरगिज नहीं चलने दी जाएगी. ऐसे में जब वहां पर पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस कर्मियों के बीच तीखी झड़प भी हुई. हालांकि इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है.

आईआईटी मद्रास से इस पर जवाब मांगा

इस विरोध के सुर कल ही तेज हो गए थे. कल ही स्मृति ईरानी के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था. हालांकि सूत्रों की मानें तो अब केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय इस मामले से खुद को किनारे करता जा रहा है. बताते चलें कि मद्रास आईआईटी कैंपस में अंबेडकर पेरियार स्टूडेंट सर्किल (एपीएससी) संगठन लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोले है. इसके लिए वह दलित छात्रों को एकत्र करके डिस्कशन आदि भी कराता है. ऐसे में 15 मई को केंद्र सरकार के अंडरसेक्ररेटरी प्रिस्का मैथ्यू ने इस पर पत्र भेजते हुए आईआईटी मद्रास से इस पर जवाब मांगा. इसके बाद ही आईआईटी डीन (स्टूडेंट्स) शिवकुमार एम श्रीनिवासन ने  24 मई को दलित स्टूडेंट्स संगठन को ये गतिविधियां रोकने को कहा.इसके बाद आईआईटी मद्रास ने संगठन पर बैन लगा दिया था.

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