आगरा। तंबाकू से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होती है। सिगरेट, बीड़ी, गुटखा आदि कैंसर दे रहे हैं। धूम्रपान से कैंसर के खतरा होने के बावजूद लोगों में स्मोकिंग छोड़ने की इच्छाशक्ति जागृति नहीं हो सकी है। ऐमें में कुछ लोग ई-सिगरेट का सहारा ले रहे हैं। लेकिन ई-सिगरेट भी कैंसर होने का खतरा बरकरार रहेगा। हालांकि अभी ई-सिगरेट ने मेट्रो सिटी में ही अपने पैर जमाए हैं। कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ। सुरभि गुप्ता का कहना है कि आज के परिवारों में यह जागरूकता सभी में हैं कि तंबाकू से कैंसर जैसी बीमारियां होती हैं, लेकिन फिर भी इनका सेवन करते हैं। ई-सिगरेट का प्रचलन अभी मेट्रो सिटी में हो रहा है। इसकी कीमत अधिक होने से विशेष वर्ग में इसकी पैठ हैं, लेकिन बीमारी होने का खतरा इसमें भी बरकरार है। अभी इसकी बिक्री ऑनलाइन की जा रही है।

नहीं खत्म होती हुड़क

बीड़ी, सिगरेट, सिगार और हुक्के का धुआं एक्टिव होता है। इसके सेवन में निकोटिन मुंह में घुलकर जहर बनाता है। ई-सिगरेट को जलाया नहीं जाता है। भाप से इसका उपयोग किया जाता है। चिकित्सकों का कहना है कि भाप में भी निकोटिन के अंश होते हैं, जिनसे आगे चलकर कैंसर का खतरा बना रहता है। कुछ लोगों का मानना है कि इससे हुड़क खत्म हो जाती है, लेकिन डॉक्टर्स का मानना है ऐसा उनका भ्रम होता है।

सिगरेट से खतरनाक ई-सिगरेट

ई सिगरेट से भी कैंसर का जबरदस्त खतरा है। कई जगहों पर हुई रिसर्च में पता चला है, कि साधारण तंबाकू के मुकाबले ई-सिगरेट में 10 गुना ऐसे तत्व होते हैं, जिनसे कैंसर हो सकता है। दुनिया भर में ई-सिगरेट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। खास तौर पर युवा वर्ग तेजी से इसकी तरफ खिंच रहा है। ई-सिगरेट में खुशबूदार लिक्विड का इस्तेमाल होता है। जिसमें निकोटीन होता है। इससे पैदा होने वाली भाष्प लगभग पारंपरिक सिगरेट की तरह ही मजा देती है।

क्या है ई-सिगरेट

ई-सिगरेट आम सिगरेट से हटकर बैटरी से चलने वाली सिगरेट है। इसमें निकोटीन युक्त कार्टिज होता है। इस भाष्प को सांस के साथ अंदर खींचा जा सकता है। इसकी बैट्री यूएसबी ड्राइव से चार्ज की जा सकती है। चालू करने पर इससे निकलने वाली निकोटीन की भाष्प सिगरेट जैसा अनुभव देती है। जब इसे एक सिरे से खींचा जाता है, तो लिक्विड भाप बनता है।

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एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा में मंगलवार को तंबाकू निषेध दिवस पर जागरूकता गोष्ठी हुई। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ। पीके माहेश्वरी ने दीप प्रज्ज्वलन कर इसका शुभारंभ किया। कैंसर विभाग की सहआचार्य डॉ। सुरभि गुप्ता ने तंबाकू के दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मेडिकल छात्रों ने पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ। सुरभि गुप्ता ने किया। इस दौरान। डॉ। एके आर्य, डॉ। अंकुर गोयल, डॉ। अनुज त्यागी, डॉ.इंदिरा यादव आदि मौजूद थे।