- बच्चों के साथ चालक पहुंचे कलक्ट्रेट

- प्रदर्शन से छूट पुलिस का पसीना न्याय का दिया आश्वासन

आगरा। पुलिस उत्पीड़न के विरोध में मंगलवार को ई-रिक्शा चालकों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन से उनकी मांग थी कि जो ई-रिक्शा पुलिस ने पकड़े हैं, उन्हें छुड़वाया जाए। इस दौरान कलक्ट्रेट में जाम के हालात पैदा हो गए। आवागमन बाधित हो गया। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट के हस्तक्षेप के बाद ही हंगामा शांत हो सका।

बच्चों के साथ पहुंचे चालक

ई-रिक्शा चालक जितनी संख्या में पहुंचे थे, उससे लग रहा था कि पुलिस उनके साथ सख्ती बरत सकती है। इसे देखते हुए प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे चालकों ने कहा कि सभी अपने अपने बच्चों को लेकर आएं। इस दौरान उन्होंने बच्चों को आगे रखा।

150 ई-रिक्शा हैं बंद

चालकों का कहना है कि उनके 150 ई-रिक्शा बंद हैं। इस स्थिति में परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो रहा है। उनका आरोप था कि पुलिस ने उनकी रोजी रोटी छीन ली है। परिवार का पालन ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस उनकी एक बात सुनने को तैयार नहीं है। मदद करने के लिए कहा जाता है तो पुलिस उनके साथ अभद्रता करते हुए भगा दिया जाता है।

प्रतिबंधित हैं ऑटो

एमजी रोड पर तत्कालीन जिलाधिकारी अजय चौहान ने ई-रिक्शा और ऑटो को एमजी रोड पर प्रतिबंधित कर दिया था। इसका उद्देश्य था कि एमजी रोड को जाम से मुक्ति दी जा सके। कई बार ऑटो चालकों ने ऑटो चलाने के लिए मांग उठाई, लेकिन जिला प्रशासन ने एमजी रोड पर उनके चलाने की अनुमति नहीं दी।

दिव्यांगों को दी थी अनुमति

हाल ही में 20 महिला और दिव्यांगों को एमजी रोड पर कुछ समय के लिए ई-रिक्शा चलाए जाने की अनुमति दे दी थी। जो अनुमति दी थी वह दिसंबर में खत्म हो गई। बावजूद इसके एमजी रोड पर उनका संचालन जारी था। यही नहीं जिन्हें अनुमति दी गई थी, उनकी आड़ में अन्य लोग भी ई-रिक्शा चला रहे थे।

नहीं दी जाएगी अनुमति

अपर जिलाधिकारी केपी सिंह ने बताया कि अब एमजी रोड पर ऑटो और ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिन्हें अनुमति दी गई थी। वह खत्म हो चुकी है। एमजी रोड पर जाम के कारण यह निर्णय लिया गया है।