- सावन में प्रतिबंधित रास्तों पर भी नियम तोड़कर सवारी के लिए घुस जा रहे हैं ई रिक्शा

- कांवरिया सहित आम पब्लिक को हो रही परेशानी, ट्रैफिक पुलिस का नहीं है लगाम

सावन में डायवर्जन का पालन कराने को ट्रैफिक डिपार्टमेंट तत्पर तो है मगर, उनकी मुस्तैदी को ई-रिक्शा वाले चुनौती दे रहे हैं। रविवार की रात से सोमवार की रात तक लागू डायवर्जन का माखौल उड़ाते हुए ई-रिक्शा वाले शहर के प्रमुख चौराहों और रास्तों पर धड़ल्ले से आवाजाही कर रहे हैं। जिस क्षेत्र में जाने की मनाही है बावजूद उस एरिया में ई-रिक्शा को सवारी बैठाते हुए देखा जा सकता है। चाहे काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में आने वाला चौक या फिर गोदौलिया, गिरजाघर चौराहा ही क्यों न हो। यहां नियम ताक पर रखते हुए ई-रिक्शा वाले काबिज हैं।

आये दिन लगा रहे जाम

सावन में आने वाली लाखों की भीड़ के बीच हालत ये हो गयी है कि पांडेयपुर, कैंट रेलवे स्टेशन से लेकर इंग्लिशिया लाइन, बेनियाबाग, गिरजाघर-नई सड़क मार्ग और गोदौलिया, मैदागिन के अलावा लंका-नरिया मार्ग पर आटो और ई-रिक्शा वालों से आए दिन जाम लग रहा है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ आटो, ई-रिक्शा वालों का चालान कर खानापूर्ति कर ली जा रही है।

गिरजाघर, गोदौलिया बन गया स्टैंड

ई-रिक्शा पर लगाम नहीं लगने का असर है कि गिरजाघर पेट्रोल पंप के पास सड़क पर स्टैंड बन गया है। सड़क पर आड़े-तिरछे ई-रिक्शे खड़े हो रहे हैं, पास में पुलिस बूथ भी है लेकिन चालकों पर इसका फर्क नहीं है। गिरजाघर-नई सड़क को जाने वाले रास्ते पर सीवरेज पंप का काम चल रहा है, रास्ता थोड़ा सकरा है फिर भी ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं। हर दिन यहां जाम से पब्लिक हलकान होती है। यही नजारा गोदौलिया चौराहे का भी है। यहां भी इनका कब्जा रहता है। जिससे हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। कैंट रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया को भी इन्होंने अपना बना लिया है।

सेफ्टी का भी नहीं रखते ध्यान

चार या पांच सवारी से अधिक ई-रिक्शा में नहीं बैठा सकते मगर, शहर में दौड़ रहे अधिकतर ई-रिक्शा ठसाठस भरे रहते हैं। यह सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है। हर दिन कहीं न कहीं ई-रिक्शा पलटने की खबर भी मिलती रहती है। अभी सप्ताह भर पहले ही अस्सी से गोदौलिया जा रहा ई-रिक्शा सोनारपुरा के पास पलट गया था।

बढ़ती जा रही संख्या

कुछ दिन पहले ट्रैफिक विभाग की ओर से ई-रिक्शा का सर्वे कराया गया था तो सबसे अधिक जमावड़ा गोदौलिया पर पाया गया था। हर घंटे 360 ई-रिक्शे चौराहे पर खड़े मिले। हर दस मिनट पर 60 ई-रिक्शे सवारियां बैठा रहे थे। फिलहाल शहर में करीब 22 हजार ई-रिक्शे शहर भर में दौड़ रहे हैं। जो ट्रैफिक लोड बढ़ा रहे हैं।

एक नजर

21

आटो व ई-रिक्शा पर एक हफ्ते में हुई है कार्रवाई

6500

से अधिक बाइक-कार और मालवाहकों का किया गया चालान

22,000

है शहर में ई-रिक्शा

360

ई-रिक्शे हर घंटे गोदौलिया से गुजरते हैं

चेकिंग अभियान में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों का चालान किया जा रहा है। आटो-ई-रिक्शा वालों पर भी कार्रवाई की गई है। डायवर्जन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। श्रवण कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक