-मिड-डे-मील सप्लाई करने के लिए अब होगी ई-टेंडरिंग

-मिड-डे-मील में गड़बड़ी को रोकने के लिए शासन ने उठाया कदम

>Meerut । प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में मिड-डे मील सप्लाई करने वाली एनजीओ व एजेंसी का चयन अब ऑनलाइन होगा। गौरतलब है कि बीते दिनों मिड-डे-मील में गड़बडि़यों और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए शासन ने ई-टेंडरिंग के निर्देश जारी किए है। तीन महीने के अंदर ही विभाग को हर हाल में इस फैसले को लागू करना होगा।

यह है मामला

मिड -डे-मील की क्वालिटी को सुधारने को लेकर सरकार काफी प्रयासरत है। इसमें इम्प्रूवमेंट के लिए सरकार ने मिड डे मील का जिम्मा एनजीओ को सौंपा। जिनका चयन मैन्युअली होता था। लेकिन बीते दिनों इसमें भी काफी गड़बडि़यां मिली थीं। जिस पर विभाग ने तीन एनजीओ पर एफआईआर दर्ज कराई थी। लिहाजा अब मिड-डे मील को लेकर शासन ने अब ऑनलाइन टेंडर मंगवाने की योजना तैयार की है।

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यह हाेगा फायदा

ऑनलाइन टेंडर से मिड डे मील की गुणवत्ता पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। अब किसी भी धांधली की गुंजाइश भी कम होगी। खास बात यह है कि इसमें विभाग की ओर से भी कोई मिलीभगत नहीं की जा सकेगी।

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विभाग को लगाना हाेगा सेटअप

ई-टेंडरिंग के लिए विभाग को आवश्यक कम्प्यूटर हार्डवेयर उपकरण, न्यूनतम 512 केबीपीएस ब्रांड बैंड कनेक्शन तथा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर अपलोड कराना होगा। इसके साथ ही टेंडर फीस के भुगतान व धरोहर राशि के भुगतान व वापसी की प्रक्रिया भी ऑनलाइन ही की जाएगी।

पांच नए एनजीओ को जोड़ा गया

मेरठ जनपद में मिड-डे मील सप्लाई करने के लिए विभाग ने पांच नए एनजीओ के साथ करार किया है। एक साल तक के लिए मान्य करार के तहत एजेंसियों को कक्षा एक से आठ तक के स्कूली बच्चों को अपने-अपने निर्धारित क्षेत्र में खाना सप्लाई करना होगा।

- सुप्रभात एजुकेशनल व सोशल वैलफेयरोसाइटी

- सघन क्षेत्र विास समिति

-श्री बालाजी सामाजिक विकास समिति

-मानव ेवा समिति

- दयावती एजुकेशनल एंड चैरिटेबिल सोसाइटी

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इनका है कहना

मिड डे मील टेंडर को ऑनलाइन मंगवाने का प्रावधान आ चुका है। अब टेंडर भरने वाली कंपनियों को ऑनलाइन आवेदन कर बिड्स देनी होगी। ऑनलाइन की वजह से इसमें पारदर्शिता रहेगी।

वीरेंद्र कुमार ,मंडलीय समन्वयक, मिड डे मील