-आपदा प्रबंधन सहित अन्य विभागों को प्रोजेक्ट के साथ जोड़ने को गवर्नर ने दिए निर्देश

-उत्तरकाशी से लेकर जोशीमठ तक लगाए जाएंगे 20 और सेंसर

ROORKEE (JNN) : नेपाल में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद उत्तराखंड सरकार गंभीर हो गई है. राज्यपाल ने आईआईटी रुड़की की ओर से भूकंप से अलर्ट करने के लिए उत्तरकाशी से लेकर चमोली तक लगाए जा रहे सेंसर के बारे में प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इंवस्टीगेटर और भूकंप अभियांत्रिकी विभाग के डा. अशोक माथुर से जानकारी हासिल की. साथ ही उन्हें जरूरी निर्देश भी दिए.

लगाए जाएंगे क्00 सेंसर

आईआईटी रुड़की के आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन उत्कृष्टता केंद्र द्वारा अर्थक्वेक अर्ली वार्निग सिस्टम फॉर नॉर्दर्न इंडिया प्रोजेक्ट के तहत उत्तरकाशी से लेकर चमोली तक भूकंप से अलर्ट करने के लिए क्00 सेंसर लगाए जा रहे हैं. इस प्रोजेक्ट की प्रगति जानने के लिए मंगलवार को राज्यपाल केके पाल ने प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इंवस्टीगेटर डा. अशोक माथुर के साथ राजभवन में बैठक की. उन्होंने कितने सेंसर लग चुके हैं और अभी कितने लगाए जाने बाकी हैं.

सरकारी एजेंसी भी आए आगे

डा. माथुर के अनुसार उन्होंने राज्यपाल को बताया कि अब तक फ्7 सेंसर लग चुके हैं. जो सेंसर लग चुके हैं वहां से डाटा आईआईटी लैब में आना शुरू हो गया है. राज्यपाल ने सरकारी एजेंसियों को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ने की बात कही. उन्होंने मई के अंत या फिर जून में आपदा विभाग, इंफोरमेशन टेक्नोलॉजी सहित कई विभागों के लिए एक संगोष्ठी आयोजित करने के निर्देश दिए.

सेंसर लगाने के लिए टीम रवाना

चिन्हित शेष जगहों पर सेंसर लगाने के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. एक सप्ताह के भीतर गढ़वाल क्षेत्र में ख्0 सेंसर और लगाए जाएंगे. एक टीम जोशीमठ, औली, तपोवन, पीपलकोटी, नंद प्रयाग सहित दस जगहों पर सेंसर लगाने के लिए रवाना हो गई है, जबकि दूसरी टीम चिन्यालीसौड़, मोरी, घस्याली, डुंडा सहित दस जगहों पर सेंसर लगाने के लिए एक-दो दिन में जाएगी.

यहां-यहां लग चुके हैं सेंसर

छाम, मनेरी, महिडंडा, माथली, ज्ञानसु, मतंरा खाल, भीरी मंडल, लगांसू, गोलती, श्रीनगर, देवप्रयाग, हिंदोला खाल, कर्णप्रयाग, अगस्त्यमुनि, घात, ऊखीमठ, जखोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, गोपेश्वर, मौरी, पुरोला, बरकोट, नौगांव, चंबा, भिलंगना, चिन्यालीसौड़, टिहरी, डूडा, उत्तरकाशी, चमोली, कोट, पोखरी, जोशीमठ, भराली, देवल.