अजय राय मतदान के दौरान अपने कुर्ते पर पार्टी का चुनाव चिह्न लगाए हुए थे. इस बात की शिकायत भाजपा और आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से की और फिर आयोग ने प्राथमिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.

आदर्श आचार संहिता के तहत कोई न तो कोई व्यक्ति किसी पार्टी के चुनाव चिह्न के साथ मतदान करने जा सकता है और न ही मतदान स्थल के दो सौ मीटर के दायरे में मीडिया से बात कर सकता है.

इस मामले के विवाद में आने के बाद अजय राय ने कहा कि ग़लती से उन्होंने कुर्ते पर बैज लगा लिया था. उनका कहना था कि चुनाव चिह्न दिखाना गलत है.

'तुरंत कार्रवाई होगी'

वाराणसी के रिटर्निंग अफसर प्रांजल यादव ने कहा है कि उन्होंने अजय राय का वो वीडियो देखा है जिसमें वो चेतगंज इलाके के रमाकांत नगर मतदान केंद्र के अंदर कांग्रेस का चुनाव निशान कुर्ते पर लगा कर जा रहे हैं.

उन्होंने कहा, "हमने विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों और उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है. इस मामले में तुरंत कदम उठाया जाएगा."

सोमवार को लोकसभा चुनाव के अंतिम और नौवें चरण में तीन राज्यों की जिन 41 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें बनारस भी शामिल है.

इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर गांधीनगर में मतदान के बाद मीडिया वालों को भाजपा का चुनाव चिह्न दिखाने पर चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था.

नरेंद्र मोदी इसी क्षेत्र में मतदाता हैं और यहां से पार्टी उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी चुनाव मैदान में हैं. जबकि अजय राय वाराणसी सीट से न सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हैं बल्कि वहां वो मतदाता भी हैं.

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