- सीएम ने सचिवालय में ली डिपार्टमेंट्स की समीक्षा बैठक

- मल्टी-पार्किंग के लिए स्टेंडर्ड मॉडल हो तैयार: सीएम

- शौचालयों की क्वालिटी का हो निरीक्षण्, पर्यटन विभाग में पंजीकृत होम स्टे की मॉर्केटिंग पर दिया जाएग विशेष ध्यान

>DEHRADUN: सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निर्देश दिए हैं कि पार्किंग स्थलों के लिए एक स्टेंडर्ड मॉडल बनाया जाए। विभिन्न उद्देश्यों के लिए भवन निर्माण जरूरत के अनुसार हों। टूरिज्म प्लेस, शहरी क्षेत्रों में बनाए जाने वाले शौचालयों की क्वालिटी का भी निरीक्षण किया जाए। नगर पंचायत भवन निर्माण को प्राथमिकता दी जाए। सीएम ने कहा कि स्टेट में इको टूरिज्म पॉलिसी बनाई जाए। वेडनसडे को सचिवालय में सभी डिपार्टमेंट्स की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने यह निर्देश दिए।

- एडवेंचर स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर की जल्द स्थापना हो।

- इको टूरिज्म पॉलिसी तैयार की जाए।

- अगले वर्ष होने वाले वेलनेस समिट की तैयारी शुरू की जाए।

- पर्यटन विभाग में पंजीकृत होम स्टे की मॉर्केटिंग पर स्पेशल फोकस।

पॉर्किंग निर्माण में मॉडर्न टेक्नोलॉजी हो यूज

सीएम ने आवास विभाग की समीक्षा के दौरान का कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्वीकृत मल्टी-पॉर्किंग के लिए किसी स्पेशलिस्ट एजेंसी से एक समान मॉडल बनवाया जाए। इसमें विशेष ध्यान रखा जाए कि हिल एरियाज में पॉर्किंग स्थल विकसित करने में कंक्रीट का भारी भरकम स्ट्रक्चर न बनाया जाए। सबसे बेहतर मॉडर्न टेक्नोलॉजी का यूज है। जहां अधिक जरूरत न हो तो वहां ओपन पॉर्किंग की व्यवस्था की जाए। बताया गया कि कई स्थानों के मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया जारी है।

मसूरी में तैयार होगा वेंडिंग जोन

शहरी विकास विभाग के अधिकारियों को सीएम ने कहा कि अर्बन एरियाज के सभी शौचालयों की गुणवत्ता का निरीक्षण करवा लिया जाए। वेस्ट मैनेजमेंट के लिए सेग्रीगेशन की व्यवस्था की जाए। जगह-जगह लगाए जाने वाले साईनेज में समानता हो। नरेंद्र नगर में गंगा पथ पर मैरीन ड्राईव का निर्माण कुंभ के तहत कराया जाएगा। पौड़ी में कूड़ा निस्तारण के लिए कार्यवाही गतिमान है। इलेक्ट्रिक शवदाह गृह चित्रशिला घाट रानीबाग के लिए एस्टिमेट भेजा गया है। बताया गया कि मसूरी में भी वेंडर जोन तैयार किया जाएगा।

पुनर्जीवन अभियान को निदयां चिन्हित

सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान सीएम ने कहा कि हर डिस्ट्रिक्ट में एक-एक नदी के संरक्षण व संवर्धन के काम में तेजी लाई जाए। बूढ़ाकेदार में आस्था पथ निर्माण, सहसपुर में मालडूग जलाशय निर्माण व कपकोट में सरमूल सौधारा के विकास के लिए जरूरी प्रक्रियाएं जल्द पूरी की जाएं। देहरादून में रिस्पना, अल्मोड़ा में कोसी, नैनीताल में शिप्रा, उधमसिंहनगर में कल्याणी, रुद्रप्रयाग में क्वाली-सौंदा, मरगांव-सेमल्ता, ढोढा-कोतली, चमोली में मोटूगांव, पौड़ी में लंगेरीगाड़ व सीलगाड़, हरिद्वार में पीलीनदी, उत्तरकाशी में कमल नदी, टिहरी में हेवल नदी, पिथौरागढ़ में गुर्जीगाड़, चम्पावत में गोडी नदी को चिन्हित किया गया है। गैरसैंण में झील निर्माण के लिए कार्य गतिमान है। बाढ़ सुरक्षा के कार्य नाबार्ड के तहत कराए जा रहे हैं। बैठक में सीएस उत्पल कुमार सिंह, एसीएस ओम प्रकाश आदि अधिकारी मौजूद रहे।

3.17 करोड़ की रािश स्वीकृत

ऋषिकेश, हल्द्वानी, रुड़की, हरिद्वार व भगवानपुर में ड्रेनेज प्लान का प्रोक्योरमेंट रूल्स के तहत क्यूसीबीएस करा लिया गया है। नैनीताल झील के संरक्षण के लिए 3 करोड़ 17 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है।

इको टूरिज्म पॉलिसी बनाई जाएगी

पर्यटन विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ में गौरीकुंड मंदिर के समीप कुंड निर्माण में उसके प्राचीन स्वरूप को बरकरार रखते हुए किया जाए। एडवेंचर स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट की स्थापना जल्द से जल्द की जाए। इको टूरिज्म पॉलिसी बनाई जाए। पर्यटन विभाग में पंजीकृत होम स्टे की मॉर्केटिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। हर डिस्ट्रिक्ट में एक-एक न्यू टूरिस्ट प्लेस डेवलप करने के लिए मास्टर प्लान के अनुसार डीपीआर बनाई जा रही है। टिहरी के कोटी कालोनी में एडवेंचर टूरिज्म की एक्टिविटीज की जा रही हैं।

600 होम स्टे वेटिंग में

टूरिज्म डिपार्टमेंट के तहत अभी तक 1700 होम स्टे पंजीकृत किए जा चुके हैं। जबकि 600 जल्द ही हो जाएंगे। पौड़ी में कंडोलिया के सौंदर्यीकरण व श्रीनगर-पौड़ी, खिर्सू-लैंसडाउन को टूरिस्ट सर्किट के रूप में डेवलप करने के लिए आवश्यक धनराशि अवमुक्त की गई है। परिवहन विभाग की समीक्षा में विभिन्न स्थानों पर बस अड्डों के निर्माण व युवा कल्याण विभाग की समीक्षा में खेल मैदान व मिनी स्टेडियमों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गई।