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LUCKNOW : नोएडा में निवेशकों को आशियाना देने का सपना दिखाकर कई हजार करोड़ रुपये ठगने वाले आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने केस दर्ज कर लिया है। बताते चलें कि आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त तेवर अपनाते हुए अब तक हुई शिकायतों की जांच की मॉनीटरिंग करनी शुरू कर दी है। इस मामले में बड़े पैमाने पर निवेशकों का हजारों करोड़ रुपये दूसरी जगहों पर निवेश करने की आशंका को देखते हुए ईडी ने आम्रपाली ग्रुप के डायरेक्टर्स के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। ईडी जल्द ही आम्रपाली के डायरेक्टर्स को पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी में है।

40 हजार से ज्यादा निवेशक

आम्रपाली ग्रुप ने नोएडा में अपने आशियाने का सपना देखने वाले देश भर के 40 हजार से ज्यादा निवेशकों की रकम हड़प ली जिसके बाद दिल्ली और नोएडा में उसके खिलाफ सैंकड़ों एफआईआर दर्ज हो चुकी है। ईडी ने इनमें से ज्यादातर एफआईआर लेकर यह केस दर्ज किया है। दरअसल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद ईडी हरकत में आई है। बीते दिनों फॉरेंसिक ऑडिटर्स ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि आम्रपाली बिल्डर्स ने बायर्स के 3500 करोड़ रुपये दूसरी जगहों पर डायवर्ट किए हैं और अपनी जेब से एक भी पैसा बिजनेस में नहीं लगाया। वहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने कोर्ट में बताया कि आम्रपाली ग्रुप के पास निवेशकों की करीब 5000 करोड़ रुपये की रकम है। फिलहाल आम्रपाली के सीएमडी अनिल शर्मा और दो अन्य डायरेक्टर्स जेल में है। आम्रपाली ग्रुप की 46 रजिस्टर्ड कंपनियां हैं जिसकी अब ईडी जांच शुरू करेगी।

फैक्ट मीटर

- 06 प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा में हैं आम्रपाली ग्रुप के

- 32 हजार निवेशकों ने इन प्रोजेक्ट्स में किया निवेश

- 2800 करोड़ रुपये आम्रपाली ग्रुप ने निवेशकों से जुटाए

- 07 प्रोजेक्ट नोएडा में शुरू किए थे आम्रपाली ग्रुप ने

- 10 हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर देने का किया था वादा

- 1930 करोड़ रुपये नोएडा के प्रोजेक्ट में निवेशकों से जुटाए

- 5000 करोड़ से ज्यादा निवेशकों का है बकाया

- 3500 करोड़ रुपये अन्य जगहों पर डायवर्ट करने की पुष्टि

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