- मंडे को हाईकोर्ट के हायर बेंच में होगा इस मामले में सुनवाई

- बढ़ी सीटों पर एडमिशन के लिए मंडे को वीसी से मिलेगे स्टूडेंट्स

LUCKNOW: लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज मैनेजमेंट के विवाद का नुकसान स्टूडेंट्स को उठाना पड़ रहा है। पिछले कुछ महीनों से चल रहे इस विवाद का असर नए सेशन के साथ पूराने सेशन पर भी पड़ रहा है। जिस कारण से कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ सभी शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा हैं। स्टूडेंट्स बढ़ी हुई सीटों पर एडमिशन लेने के लिए कई बार हंगामा कर चुके है। इसके बाद भी अभी तक कोई सुनावाई नहीं हुई है। उधर कॉलेज प्रशासन का कहना है कि हमारे पास साधन की कमी है ऐसे में बढ़ी सीटों पर एडमिशन होना मुश्किल हैं। इसे लेकर स्टूडेंट्स दोबारा से लखनऊ यूनिवर्सिटी के सामने पेश होने की तैयारी कर रहे हैं।

आमने-सामने हैं मैनेजर

क्रिश्चियन कॉलेज में मैनेजर पद का विवाद उस समय दोबारा से चर्चा में आया गया जब चिट फंड सोसाइटी के डिप्टी रजिस्ट्रार ने एसडब्ल्यू प्रसाद को दोबारा से मैनेजर घोषित कर दिया। इसे पहले सितम्बर में लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से प्रो आरआर लॉयल को मैनेजर घोषित करने के बाद यह लग रहा था कि कॉलेज में चल रहा मैनेजमेंट का विवाद समाप्त हो जाएगा। डिप्टी रजिस्ट्रार के लेटर जारी करने के बाद से दोबारा से कॉलेज में दो मैनेजर फिर से खड़े हो गए है। दोनों ही कॉलेज में अपने नियंत्रण को लेकर आमने सामने हैं। सूत्रों का कहना है कि जब तक यह विवाद समाप्त नहीं हो जाता है। तब तक क्रिश्चियन कॉलेज के बटवारे का आधा-आधा काम दोनों मैनेजर देखेंगे।

हाईकोर्ट में मंडे को होनी है सुनवाई

डॉ प्रसाद ने एलयू के आदेश के विरुद्ध कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे पूर्व में राज्यपाल के पास जाने के निर्णय के साथ खारिज कर दिया गया था। डॉ प्रसाद ने हायर बेंच में दोबारा से स्पेशल रिट दायर की है। इस मामले में लखनऊ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार की ओर से यूनिवर्सिटी का पक्ष कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया है। इस मामले की सुनवाई सोमवार को होनी है। जिसमें अगर एलयू के फैसले को नकार दिया जाता है तो डॉ। प्रसाद मैनेजर पद पर काबिज हो सकते हैं।