- एआईसीटीई वेतनमान लागू करने का निर्णय

- सेंकेड पाली के शिक्षण- प्रशिक्षण होगा बन्द

- सीसीटीवी कैमरा व बायोमेट्रिक करेगा निगरानी

LUCKNOW: पॉलीटेक्निक शिक्षण संस्थानों में प्रधानाचार्यों के पद को तकनीकी शिक्षकों की प्रोन्नति के माध्यम से भरने जाने व इन पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से हो रही नियुक्ति की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने का निर्णय हुआ। इसके अलावा पॉलीटेक्निक संस्थाओं में चल रहे सेंकेड पाली के शिक्षण- प्रशिक्षण को बन्द करने का निर्णय हुआ। बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि संस्थाओं में सेमेस्टर लागू करने पर विचार किया जाएगा। शिक्षकों का वर्तमान मानदेय ख्0 रुपए प्रति दिन से बढ़ाकर फ्भ् रुपए कर दिया जाए। पॉलीटेक्निक संस्थाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे व बायोमेट्रिक सिस्टम से हाजिरी ली जाएगी। यह निर्णय मंगलवार को प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री प्रो। शिवाकांत ओझा की अध्यक्षता में उप्र प्राविधिक शिक्षा सेवा संघ के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में लिया गया।

लागू होगा वेतनमान

राजकीय पालीटेक्निक संस्थाओं में वर्तमान सेवा नियमावली में पद की समानता, वरिष्ठता, अनुभव एवं प्रोन्नत प्रक्रिया को वैसे ही रखते हुए एआईसीटीई वेतनमान लागू किए जाने का निर्णय हुआ। क्0 मई ख्0क्फ् को जारी शासनादेश के संबंध में न्याय विभाग से परामर्श प्राप्त करने के बाद निर्णय लिए जाने पर सहमति बनी। शासन की व्यवस्था के अनुरूप सेवा अवधि के आधार पर एसीपी का लाभ प्रदान करने की व्यवस्था है लेकिन लगभग क्भ्म् लेक्चर, विभागाध्यक्षों, प्रधानाचार्यों, अपर निदेशकों, निदेशको को अभी तक एसीपी का लाभ नहीं मिला है। वहीं बैठक में लेक्चर के के लम्बित वेतनमान शीघ्र लागू करने और क्99म् व क्998 में नियुक्त लेक्चर का क्999-ख्000 का लम्बित वेतन जल्द दिया जाए सम्बन्ध में निर्णय हुआ। विभाग में स्टैगनेशन को दूर करने के लिए कैडर पुनरीक्षित करने पर विचार किया गया।