- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने किया था स्कूलों का रियल्टी चेक

- गलत साइज की वजह से अभी तक नहीं मिल सके हैं सभी बच्चों को जूते

- खबर छपने के बाद बीएसए ने दिया खंड शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश

GORAKHPUR: शासन की तरफ से गवर्नमेंट स्कूलों के बच्चे को फ्री जूता-मोजा दिए जाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए लेकिन इसके बाद भी गोरखपुर के गवर्नमेंट स्कूलों में जूता तो बंटा पर बच्चे पहन ना सके। क्योंकि स्कूलों में भेजे गए ज्यादातर जूते या तो एक ही पांव के थे या फिर छोटे-बड़े थे। जिसके कारण जुलाई माह बीतने के बाद भी अभी तक बच्चे बिना जूता के स्कूल पहुंच रहे हैं। इस मामले की जानकारी होने पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने शहर के कुछ स्कूलों का रियल्टी चेक किया। इसके बाद 'करोड़ों कर दिए खर्च फिर भी ना दे पाए जूता' हेंडिग से खबर छापी। खबर छपने के बाद इसको संज्ञान में लेते हुए बीएसए बीएन सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को सख्त लेटर जारी किया है।

सभी बच्चों को दें जूता

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने शहर के पांच स्कूलों का रियल्टी चेक किया था। जिसमें किसी स्कूल में 25 तो कहीं 50 से भी अधिक बच्चों को जूता अभी तक नहीं मिला था। स्कूल की प्रिंसिपल का कहना था कि जूता तो पैकेट में भरकर आ गया है लेकिन वो साइज का नहीं है, जिससे बच्चों के पैर में अडजेस्ट ही नहीं हो रहा है। वहीं कई स्कूलों में तो एक ही पैर का दो जूता भी नजर आया। खबर के द्वारा इस बात की जानकारी होने के बाद बीएसए ने साफ शब्दों में स्कूल टीचर्स और खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि हर हाल में सभी बच्चों को जूता जल्द से जल्द मिलना चाहिए।

जारी किया लेटर

इतना ही नहीं शुक्रवार को बीएसए ने खबर संज्ञान में लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों को लेटर जारी किया है। जिसमें लिखा है कि सभी खंड शिक्षा अधिकारी दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में छपी खबर का संदर्भ लें। बच्चों को सही नाप का जूता उपलब्ध कराते हुए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।

वर्जन

सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। बहुत जल्द सभी बच्चों को सही नाप का जूता मिल जाएगा।

बीएन सिंह, बीएसए