प्रयागराज कॉलिंग का लोगो लगाएं

i reality check

-लगातार बढ़ रही छेड़खानी की घटनाएं, फिर भी नहीं दिख रहा एंटी रोमियो स्क्वॉड

-ग‌र्ल्स स्कूल्स और कॉलेजेज के बाहर नहीं रहती पुलिस

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फैक्ट फाइल

244 मामले दर्ज हुए हैं जिले में पिछले छह माह में

सोमवार को ही गोल्डन जुबली स्कूल के पास छेड़खानी की हुई थी वारदात

ग‌र्ल्स स्कूलों के पास सुरक्षा के लिए नहीं रहते कोई इंतजाम

prakashmani.tripathi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: सूबे में सत्ता परिवर्तन के साथ ही ग‌र्ल्स के साथ छेड़खानी जैसी घटना रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए। इसके लिए खासतौर पर एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाया गया। शुरुआत में तो एंटी रोमियो स्क्वॉड काफी एक्टिव रहा। लेकिन समय के साथ यह सिर्फ फाइलों में ही सिमटकर रह गया। उधर छेड़खानी की घटनाएं फिर से उफान पर हैं। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने बुधवार को सिटी के कई ग‌र्ल्स स्कूल का दोपहर के समय छुट्टी के दौरान जायजा लिया। यहां एंटी रोमियो स्क्वॉड तो दूर स्कूल के बाहर एक सिपाही तक नहीं मिला।

स्पॉट 1: सेंट मेरी कॉन्वेंट

समय: 1.30 बजे दोपहर

सेंट मेरीज कॉन्वेंट स्कूल के बाहर छुट्टी से पहले ही पैरेंट्स और स्कूल व्हीकल मौजूद थे। इस दौरान ग‌र्ल्स की सेफ्टी तो छोडि़ए, ट्रैफिक तक मैनेज करने के लिए कोई सिपाही नहीं था। छुट्टी होने के साथ ही स्कूल कैंपस से ग‌र्ल्स के निकलने का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान कई बार शोहदों की टोली बाइक पर सवार होकर कमेंट करती दिखी। एसएमसी से थोड़ी दूर पर स्थित सेंट मेरीज कॉन्वेंट स्कूल के पास का नजारा भी इसी तरह का देखने को मिला।

स्पॉट 2: ग‌र्ल्स हाईस्कूल

समय: दो बजे दोपहर

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ग‌र्ल्स हाईस्कूल पहुंची। यहां भी कोई पुलिस का सिपाही सिक्योरिटी के लिए नहीं था। इस दौरान पैरेंट्स से भी बातचीत की गई। उन्होंने कहा कि जब एंटी रोमियो स्क्वॉड बना था तब स्कूल की छुट्टी के समय पुलिस की या डायल 100 के वाहन और सिपाही दिखाई देते थे। ऐसे में एक संतुष्टि रहती थी कि बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई मौजूद है। लेकिन समय के साथ यह व्यवस्था भी खत्म होती गई। आज हकीकत यह है कि अगर बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंचने में देर हो जाती है तो डर लगता है कि बेटियां सुरक्षित हैं या नहीं।

कॉलिंग

छेड़खानी ही नहीं, पिछले दिनों में स्कूल के बाहर से किडनैपिंग जैसी घटनाएं भी सुनने को मिली हैं। इसे सुनकर यह लगता है कि वहां पर सुरक्षा के लिए व्यवस्था होनी चाहिए।

-कंचन

कम से कम ग‌र्ल्स स्कूल के पास छुट्टी के समय जरूर पुलिस के लोग जरूर खड़े होने चाहिए। इससे ग‌र्ल्स में भी सेफ्टी महसूस होगा।

-शिल्पा

एक बेटी जीएचएस में पढ़ती है और दूसरी बेटी एसएमसी में। बच्चों को लेने खुद जाता हूं। लेकिन स्कूल के बाहर कोई स्क्वॉड नहीं दिखा। देर होने पर डर लगा रहता है। बच्चों को स्कूल में फोन भी अलाउड नहीं है। ऐसे में ग‌र्ल्स जरूरत पर कैसे पुलिस से कैसे संपर्क करेंगी।

-कलीम नियाजी

ग‌र्ल्स को अवेयर करना सही है, लेकिन किसी भी मुसीबत के समय वह कैसे पुलिस वालों को सूचना देंगी। जब स्कूल के पास कोई रहता ही है। कम से कम छुट्टी के समय स्कूलों के बाहर कुछ सिपाही तैनात होने चाहिए। लेकिन फिलहाल ऐसा कभी नहीं दिखा।

-मनोज कुमार