प्रयागराज (ब्यूरो)।  पूरब के ऑक्सफोर्ड में बरसों बाद हुए दीक्षांत समारोह की रौनक का साक्षी सीनेट हॉल बना। करीब 22 साल बाद हुए दीक्षांत समारोह की खुशी यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ ही मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स के चेहरों पर साफ झलक रही थी। परंपरा के अनुसार चीफ गेस्ट नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और विशिष्ट अतिथि पूर्व गवर्नर केसरी नाथ त्रिपाठी के साथ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू सीनेट हाल पहुंचे। उपस्थित लोगों ने खड़े होकर सभी अतिथियों का स्वागत किया। दीप प्रज्जवलित करने के बाद सभी अतिथि स्टेज पर पहुंचे। यहां चीफ गेस्ट समेत सभी अतिथियों और वाइस चांसलर का स्वागत हुआ।

घोषणा के बाद हुई हुई शुरुआत

इसके बाद वाइस चांसलर प्रो। रतन लाल हांगलू ने कॉन्वोकेशन शुरू करने की घोषणा की। इसके बाद यूनिवर्सिटी का न्यूज लेटर रिलीज किया गया। फिर चीफ गेस्ट और विशिष्ट अतिथि का जीवन परिचय दिया गया। इसके बाद संगीत विभाग के स्टूडेंट्स ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का कुलगीत प्रस्तुत किए।

चांसलर मेडल से हुई शुरुआत

मेधावियों को मेडल देने की शुरुआत चांसलर्स मेडल से हुई। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम के दौरान पूर्व कमिश्नर राजन शुक्ला के साथ ही प्रशासनिक व पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।

चांसलर्स मेडल

ग्रेजुएट कोर्स

- प्रगति गुप्ता गोल्ड मेडल

- धनंजय मिश्रा सिल्वर मेडल

- पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स

- सौम्या सिंह गोल्ड मेडल

- शुभि तिवारी सिल्वर मेडल

- फैकल्टी ऑफ आर्ट ब्रांज

- शारिबा अख्तर

- फैकल्टी ऑफ साइंस ब्रांज

- शिखा अरोरा

63 मेधावी, 119 मेडल

दीक्षांत समारोह के दौरान चीफ गेस्ट द्वारा विभिन्न कोर्स के लिए 63 मेधावियों को 119 मेडल दिए गए। हालांकि कुछ मेधावी गुरुवार को आयोजित हुए दीक्षांत समारोह के दौरान नहीं पहुंच सके।

एंडोवमेंट मेडल

57 मेधावियों को अलग-अलग क्षेत्र में गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज मेडल मिलाकर कुल 113 मेडल दिए गए।

पीएचडी

178 मेधावियों को पीएचडी की डिग्री दी गई। इनमें आर्ट डिपार्टमेंट के प्राचीन इतिहास विभाग की विभिन्न पाठ्यक्रमों में 89, साइंस फैकल्टी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 59, कॉमर्स फैकेलिटी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 20, लॉ से एक, इंस्टीट्यूट एंड सेंटर्स ने नौ मेधावियों को पीएचडी की डिग्री दी गई।

prayagraj@inext.co.in