- छात्र परिषद इलेक्शन में छात्राओं की दावेदारी बढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी ने उठाया कदम

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र परिषद चुनाव 2019 में इस बार 'आधी आबादी' यानी ग‌र्ल्स का नेतृत्व परसेंट पहले के मुकाबले अधिक रहेगा। गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चुनाव अधिकारी प्रो.आरके सिंह ने बताया कि क्लास रीप्रजेंटेटिव के पदों पर ब्वायज के साथ ही ग‌र्ल्स की भी बराबर की भागेदारी रहेगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से नए कदम उठाए गए है। जिसमें प्रत्येक क्लास रीप्रजेंटेटिव के रूप में ब्वायज के साथ ही एक ग‌र्ल्स का भी चुनाव किया जाएगा। जिससे उनकी भागीदारी भी छात्र परिषद के चुनाव में बढ़ाई जा सके।

ग‌र्ल्स प्रत्याशी नहीं मिलने पर खाली रहेंगी सीटे

छात्र परिषद के चुनाव के दौरान क्लास रीप्रजेंटेटिव के चुनाव में ग‌र्ल्स के लिए सीटें रिजर्व रहेंगी। ग‌र्ल्स की अनुपस्थिति में सीटों को खाली ही रखा जाएगा। इस दौरान चुनाव अधिकारी प्रो। आरके सिंह ने कहा कि ग‌र्ल्स के अंदर भी बहुत क्षमता है। ऐसे में जरूरी है कि ग‌र्ल्स को भी चुनाव में भागीदारी और नेतृत्व करने के लिए प्रेरित किया जा सके। इसी को ध्यान में रखते हुए नई व्यवस्था लागू की गई है। प्रो। आरके सिंह ने अधिक से अधिक ग‌र्ल्स को छात्र परिषद चुनाव के दौरान अपनी दावेदारी रखने की अपील भी की है। उन्होंने बताया कि ग‌र्ल्स की भागीदारी बढ़ाने के लिए उठाए गए कदम के बाद उनकी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी चुनाव में रहेगी।