आई स्पेशल

स्लग: नेशनल अचीवर्स सर्वे में हुआ खुलासा, टॉप फाईव में भी जगह नहीं बना पाई रांची

-राजधानी में सरकारी शिक्षा और स्कूलों की खुली पोल

pankaj.jain@inext.co.in

RANCHI(06 April): राजधानी के बच्चे पढ़ाई-लिखाई में अच्छे नहीं हैं। जी हां, राजधानी के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर ठीक नहीं हैं। जबकि राज्य के अन्य जिलों की स्थिति राजधानी से बेहतर है। पाकुड़ जैसे आदिवासी बहुल इलाके ने भी सर्वे में टॉप फाइव में जगह बनाई है, लेकिन राजधानी कीशिक्षा के सफा का फलसफा संतोषजनक नहीं है। सैकड़ों करोड़ का शिक्षा बजट, लंबे व्याख्यान, घोषणाओं का पिटारा, बावजूद झारखंड की शिक्षा में उम्मीदों के अनुकूल सुधार नहीं हो रहा है। कहीं शिक्षकों का टोटा है, तो कहीं सुविधाओं की किल्लत। कहीं शौचालय और पानी सहित इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव। आंकड़ों में उलझे विभाग, शिक्षा के गणित को अब तक समझे नहीं हैं। एनएसए नेशनल अचीवर्स सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, करोड़ों खर्च के बाद भी स्थिति संतोषजनक तो है, लेकिन उपलब्धियों की कतार में शुमार होने लायक नहीं है। सर्वे रिपोर्ट का खुलासा तो यही बता रहा है कि शिक्षा के सफे में सरकारी दावों की हवा निकल रही है।

कक्षा 3 कक्षा 5 कक्षा 8

स्कूल 61 58 49

स्टूडेंट्स 1097 1016 1214

परफॉरमेंस

सब्जेक्ट :मैथ्स

ओवर ऑल 63.188% 57.577% 48.400%

ब्वॉयज 65.777%d> z|.y®% 48.25भ्%

ग‌र्ल्स 64.71क्% 57.72ख्% 48.288%

सब्जेक्ट: लैंग्वेज

ओवर ऑल 70.39त्‍‌न 62.43त्‍‌न 62.39त्‍‌न

ब्वॉयज 69.20त्‍‌न 62.08त्‍‌न 62.04त्‍‌न

ग‌र्ल्स 71.35त्‍‌न 62.75त्‍‌न 63.61त्‍‌न

सब्जेक्ट: ईवीएस सब्जेक्ट: ईवीएस सब्जेक्ट : साइंस

ओवर ऑल 67.81त्‍‌न 63.06त्‍‌न 50.59त्‍‌न

ब्वॉयज 67.63त्‍‌न 63.04त्‍‌न 51.03त्‍‌न

ग‌र्ल्स 67.95त्‍‌न 63.07त्‍‌न 50.28त्‍‌न

कक्षा 8

सब्जेक्ट: एसएसटी

ओवर ऑल 52.39त्‍‌न

ब्वॉयज 52.53त्‍‌न

ग‌र्ल्स 52.30त्‍‌न

राज्य के टॉप फाइव जिले

कक्षा 3 कक्षा 5 कक्षा 8

सरायकेला-खरसावां : 75त्‍‌न गोड्डा : 66त्‍‌न धनबाद : 64त्‍‌न

रामगढ़ : 75त्‍‌न धनबाद : 66त्‍‌न हजारीबाग: 61त्‍‌न

धनबाद : 72त्‍‌न रामगढ़ : 65त्‍‌न चतरा : 61त्‍‌न

बोकारो: 72त्‍‌न पश्चिमी सिंहभूम : 64त्‍‌न देवघर : 60त्‍‌न

हजारीबाग : 71त्‍‌न हजारीबाग : 64त्‍‌न पाकुड़ : 60त्‍‌न

सरकारी शिक्षा में कहां है झारखंड

कक्षा 3

विषय नेशनल एवरेज झारखंड

ईवीएस 55 प्रतिशत 66 प्रतिशत

ैंग्वेज 68 प्रतिशत 70 प्रतिशत

मैथ्स 64 प्रतिशत 66 प्रतिशत

कक्षा 5

ईवीएम 57 प्रतिशत 64 प्रतिशत

लैंग्वेज 58 प्रतिशत 61 प्रतिशत

मैथ्स 53 प्रतिशत 56 प्रतिशत

कक्षा 8

सोशल सांइस 44 प्रतिशत 54 प्रतिशत

साइंस 44 प्रतिशत 53 प्रतिशत

मैथ्स 42 प्रतिशत 51 प्रतिशत

क्या कहता है सर्वे

राज्य के स्कूलों में 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले 88 परसेंट बच्चे, कक्षा पांच के 86 परसेंट और कक्षा तीन के 84 परसेंट बच्चे टीचर्स की बातों को आसानी से समझ पा रहे हैं।

-13 परसेंट टीचर मानते हैं कि स्कूलों में टॉयलेट की कमी है।

-सर्वे के दौरान स्कूलों में 25 परसेंट टीचर्स की कमी बताई गई है।

-15 परसेंट टीचर्स मानते हैं कि स्कूलों में पीने के पानी की दिक्कत है।

21 परसेंट टीचर्स मानते हैं कि स्कूलों की बिल्डिंग में मरम्मत कराने की जरूरत है।

-कक्षा तीन के 21 परसेंट छात्रों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है, जबकि कक्षा पांच व आठ के 20 परसेंट छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।