- ईद-उल-अजहा पर गले मिल दी मुबारकबाद

- सावन के अंतिम सोमवार पर शिवालयों में हुआ जलाभिषेक

देहरादून।

इस बार ईद-उल-अजहा और सावन का आखिरी सोमवार एक ही दिन पड़ा। ऐसे में हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों ने एक ही दिन अपने-अपने पर्व मनाए और शहर में आपसी सौहार्द का माहौल देखने को मिला। जहां एक और मस्जिदों में ईद की नमाज गूंजी तो वहीं शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक हुआ।

गले मिलकर बधाई फिर दावत

बकरीद यानी ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। एक-दूसरे के गले लग लोगों ने ईद की बधाई दी। कुर्बानी के बकरे के तीन हिस्से कर एक गरीब, दूसरा दोस्तों और तीसरा भाग कुर्बानी देने वाले ने खुद के लिए रख मेल-मिलाप का संदेश दिया। घरों में कबाब, शामी कबाब और बिरयानी की खुशबू महकी और दावतों का सिलसिला चला।

अपने अंदर बैठे जानवर को करें जीबा

लोहिया नगर की रजा जामा मस्जिद में ईद की नमाज से पहले नायब सुन्नी शहर काजी सैयद अशरफ हुसैन कादरी ने अकीदतमंदों से कहा कि जिस तरह अल्लाह को राजी करने के लिए एक बाहरी जानवर को कुर्बान किया जाता है, उसी तरह अपने अंदर बैठे जानवर को भी जीबा करें, तभी समाज में बुराइयों का अंत होगा।

यहां-यहां हुई ईद की नमाज

मुख्य नमाज ईदगाह में, गांधीग्राम की गोसिया जामा मस्जिद में, कंडोली की साबरी जामा मस्जिद में, मुस्लिम कॉलोनी, आजाद कॉलोनी, शहीद भगत सिंह कॉलोनी।

ईद-उल-अजहा का ये पैगाम है कि बाहरी जानवर की तरह ही हमें अपने भीतर के जानवर को खत्म करना है, तभी अल्लाह हमसे खुश होंगे। समाज से बुराइयां मिटेंगी।

- सैयद अशरफ हुसैन कादरी, नायब सुन्नी शहर काजी

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मंदिरों में सावन का जलाभिषेक

सावन के अंतिम सोमवार को दून के शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया। गढ़ी कैंट स्थित टपकेश्वर मंदिर में बाबा का भव्य अभिषेक किया गया। सुबह से देर शाम तक यहां श्रद्धालु पहुंचते रहे। सहारनपुर चौक स्थित श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में सावन के अंतिम सोमवार में सामूहिक रुद्राभिषेक किया गया। देश के बाढ़ पीढि़त इलाकों में स्थिति सामान्य होने के लिए विशेष पूजा भी की गई साथ ही भगवान शिव को छप्पनभोग लगा श्रृंगार आरती की गई।

आज निकलेगी भव्य शोभायात्रा

टपकेश्वर मंदिर की ओर से मंगलवार (आज) भव्य शिव बारात शोभायात्रा निकाली जाएगी। इससे पहले बाबा के सभी स्वरूपों का विशेष अभिषेक कराया गया। इस मौके पर श्री पृथ्वीनाथ मंदिर की ओर से यात्रा के स्वागत की विशेष तैयारियां की गई हैं।

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सावन के अंतिम सोमवार पर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंगलवार को टपकेश्वर सेवादल की ओर से शिवाजी धर्मशाला से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।

- महंत कृष्णागिरी, टपकेश्वर मंदिर