- घटना से मची अफरा-तफरी, एक्सीडेंट में तीन गंभीर

- शटर बंद करके बचाई गई आरोपी ड्राइवर की जान

GORAKHPUR: मोहद्दीपुर में कूड़ाघाट की तरफ से मोहद्दीपुर आ रही बेकाबू कार की टक्कर में आठ लोग घायल हो गए। गंभीर हाल तीन लोगों को परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया। घटना सोमवार की दोपहर करीब ढाई बजे हुई। एक्सीडेंट में कार एजेंसी के कर्मचारी के घायल होने से आक्रोशित लोगों ने ड्राइवर पर गुस्सा उतारा। उसकी जान बचाने के लिए कुछ लोगों ने दुकान के भीतर बंद कर दिया। आरोपित ड्राइवर को हिरासत में लेकर पुलिस जांच में जुटी है।

अचानक लहराई कार, चपेट में आए आठ लोग

सोमवार की दोपहर ढाई बजे बिहार के रजिस्ट्रेशन नंबर की एक कार शहर की तरफ आ रही थी। आरकेबीके के पास बेकाबू होकर कार ने कई लोगों को टक्कर मार दी। बाइक सवार स्टूडेंट्स और राहगीर सहित आठ लोग उसकी चपेट में आ गए। घटना में आरकेबीके के कर्मचारी खोराबार एरिया के राम गोविंद, ममता देवी और एक छात्र शुभम को ज्यादा चोट लगी। गंभीर हाल कर्मचारी को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना की जानकारी होने पर कार एजेंसी के कर्मचारी आक्रोशित हो गए। लोगों ने ड्राइवर को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। कार में तोड़फोड़ का प्रयास किया। डाइवर की जान बचाने के लिए दुकानदारों ने उसे शटर के भीतर बंद करके पुलिस को सूचना दी। इस दौरान सड़क पर जाम लग गया।

बच्चे को बचाने में बेकाबू हुई थी कार

घटना की सूचना पर मोहद्दीपुर चौकी प्रभारी सर्वेश कुमार राय फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में ड्राइवर की पहचान बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के रामनगर निवासी सोहेल अख्तर और उसके साथ मौजूद प्रकाश कुमार सोनी के रूप में हुई। उधर एक्सीडेंट में घायल महिला और पुरुष को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। महिला के पैर में चोट आने पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया जबकि दूसरे घायल राम गोविंद को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। रायगंज निवासी राम गोविंद दोपहर में किसी काम से चाय की दुकान की तरफ गए थे तभी दुर्घटना हो गई। उनके भतीजे शैलेंद्र कुमार ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि सड़क पार करने के लिए अचानक एक बच्चा सामने आ गया था। जिसे बचाने के चक्कर में कार बेकाबू हो गई।

वर्जन

घटना की सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस पहुंची। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। आक्रोशित लोगों को समझाबुझाकर शांत कराया गया। ब्रेथ एनलाइजर से ड्राइवर की जांच की गई। लेकिन किसी तरह के नशे की बात सामने नहीं आई।

रवि राय, इंस्पेक्टर कैंट