-सर्विस वोटर बनाने पर ईसीआई का जोर

-बॉर्डर पर सर्विस करने वाले जवानों को वोट डलवाने के लिए की पहल

-सोशल मीडिया के जरिए सर्विस वोटर्स को कर रहे हैं नाम एड कराने के लिए अवेयर

GORAKHPUR: ब्रेव हार्ट पीपल जो अपने रातों की नींद और दिन का चैन लुटाकर बॉर्डर की सुरक्षा करते हैं. उनकी भी देश को आगे ले जाने में अहम भूमिका हो, इसके लिए अब इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने उनका वोट सिक्योर करने की पहल की है. इसके तहत जहां सोशल मीडिया पर अभियान चला है, तो वहीं सभी विभागों में सर्विस वोटर्स की लिस्ट बनाई जा रही है, जिससे वह भी अपने वोटिंग राइट का इस्तेमाल कर सकें. अधिकारी से लेकर आखिरी पायदान पर काम करने वाला कर्मचारी न छूटे इसके लिए काफी जोर दिया जा रहा है.

आर्मी पर्सनल पर फोकस

देश के बॉर्डर की सुरक्षा संभाल रहे आर्मी के जवानों ने देशवासियों को सिर ऊंचा करने की वजह दी है. देश की सुरक्षा में तो वह जी-जान लगाए हैं, लेकिन देश का फ्यूचर तय करने में उनका रोल न के बराबर होता है. ऐसा न हो और खासतौर पर सेना के जवानों को सर्विस वोटर के तौर पर रजिस्टर्ड कर उनके वोटिंग राइट का इस्तेमाल कराया जा सके, इसके लिए इस बार ईसीआई काफी मेहनत कर रहा है. शहर में भी सेना से जुड़े लोगों को सर्विस वोटर बनाने पर जोर है, जिसकी लिस्ट भी संबंधित विभागों से मंगवाई गई है.

पोस्टल बैलट के थ्रू वोटिंग पर जोर

सर्विस वोटर्स को उनके वोटिंग राइट्स को यूज करने के लिए 'पोस्टल बैलट' की फैसिलिटी काफी पहले से है. मगर इलेक्शन को सक्सेजफुली कंडक्ट कराने के चक्कर में फैसिलिटी होने के बावजूद इसका यूज नहीं हो पाता. इससे पहले 'पोस्टल बैलट' के थ्रू वोटिंग के लिए सिर्फ वहीं एप्लीकेशन देते थे, जिन्हें वोटिंग में इंटरेस्ट होता था. मगर इलेक्शन ऑफिस से जुड़े लोगों की माने तो इस बार इलेक्शन कमीशन का पोस्टल बैलट के थ्रू वोटिंग पर भी जोर है. इसके लिए सभी सर्विस वोटर्स का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है और उनको पोस्टल बैलट के थ्रू वोट करने की हिदायत दी गई है.

गोरखपुर में साढ़े पांच हजार हैं सिर्वस वोटर्स

गोरखपुर में सर्विस वोटर्स के आंकड़ों की बात करें तो इनकी तादाद करीब साढ़े पांच हजार के आसपास है. पिछले विधानसभा चुनाव में गोरखपुर जिले से 1383 सर्विस वोटर्स ने अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल किया था. इस बार भी इलेक्शन डिपार्टमेंट ने सर्विस वोटर्स की डीटेल्ड लिस्ट बनाकर ईसीआई को भेज दी है, वहां से सभी सर्विस वोटर्स को पोस्टल बैलट भेजा जाएगा, जिसे डाउनलोड करने के बाद वह इसे पोस्ट कर सकेंगे.

ऐसे बन सकेंगे सर्विस वोटर -

- पहले अपनी असेंबली कांस्टीटूएंसी का नाम और पार्ट के साथ डिस्ट्रिक्ट और स्टेट कलेक्ट कर लें.

- इसके बाद आ‌र्म्ड फोर्सेज के लिए फॉर्म-2, आ‌र्म्स पुलिस फोर्स के लिए फॉर्म 2ए और गवर्नमेंट ऑफिशियल्स के लिए फॉर्म 3 का इस्तेमाल होगा.

- डिक्लेयरेशन फॉर्म भरने के बाद इसे नोडल ऑफिसर के पास जमा करना होगा.

- सर्विस वोटर्स की वाइफ भी सर्विस वोटर के तौर पर रजिस्टर्ड हो सकती है. इसके लिए उन्हें अलग से कोई डिक्लेयरेशन नहीं देना है, बल्कि पति के डिक्लेयरेशन के बेसिस पर उनका नाम रजिस्टर्ड कर लिया जाएगा.

- वहीं जनरल इलेक्टर के तौर पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है.

वर्जन

ईसीआई ने सर्विस वोटर्स पर काफी जोर दिया है. यहां पर मौजूद सभी की डीटेल्स भेजी जा चुकी है. खासतौर पर आर्मी पर्सनल्स को वोटर के तौर पर रजिस्टर्ड कराने पर जोर है.

- जेएन मौर्या, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी