- छात्र संघ चुनाव से पहले ही एबीवीपी में खुलकर सामने आए मतभेद

- एनएसयूआई ने तैयार किया पैनल, डीएवी में प्रदेश अध्यक्ष ने खुद संभाला मोर्चा

देहरादून,

प्रदेश के सबसे बड़े डीएवी पीजी कॉलेज में 12 वर्षो से लगातार जीत रही एबीवीपी के सामने छात्र संघ चुनाव की राह इस बार आसान नहीं लग रही। इसकी वजह एबीवीपी में खुलकर सामने आ रहे मतभेद हैं। डीएवी में एबीवीपी और 6 पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों के दो गुट बने हुए हैं। इसका फायदा उठाकर अध्यक्ष पद कब्जाने के लिए एनएसयूआई ने इस बार शुरुआत में ही कॉलेज में डेरा डाल लिया है और प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने खुद मोर्चा संभाला है।

एबीवीपी व 6 पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों के दो गुट

डीएवी में छात्र संघ चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, लेकिन एक माह से एबीवीपी और 6 पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों के दो अलग-अलग गुट बने हुए हैं। दोनों गुटों ने कॉलेज में अगल-अलग प्रोग्राम ऑर्गेनाइज किए जिससे संगठन में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट के साथ पूर्व अध्यक्ष राहुल कुमार लारा, आशीष रावत, सिद्धार्थ राणा व शुभम सिमल्टी हैं। दूसरी ओर संगठन के प्रांत अध्यक्ष डॉ। कौशल कुमार ने संगठन को एकजुट करने का आह्वान किया है। डीएवी में एबीवीपी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों की ओर से निखिल शर्मा का नाम अध्यक्ष पद के लिए आगे किया जा चुका है, जबकि दूसरे गुट से सागर तोमर और दयाल बिष्ट दावेदारी कर रहे हैं। एबीवीपी की ओर से चुनाव को लेकर कोई पैनल या कमेटी नहीं बनाई गई है।

एनएसयूआई का पैनल तैयार

छात्र संघ चुनाव को लेकर एनएसयूआई ने सभी डिग्री कॉलेजों में पैनल तैयार कर लिए हैं, सबसे हॉट सीट डीएवी पीजी कॉलेज में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने खुद मोर्चा संभाला है। डीएवी में एनएसयूआई के अध्यक्ष पद के लिए 3 दावेदार हिमांशु रावत, उदित थपलियाल, राजेश भट्ट का नाम पैनल में शामिल किया गया है। जबकि यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिव के लिए अंकित बिष्ट, विजय बिष्ट का नाम आगे किया गया है।

डीएवी में अध्यक्ष पद के दावेदार-

एनएसयूआई- हिमांशु रावत, उदित थपलियाल, राजेश भट्ट

एबीवीपी- निखिल शर्मा, सागर तोमर, दयाल बिष्ट

फ्लेशबैक------------------

एसजीआरआर में 2007 से शुरू हुए छात्र संघ चुनाव

पढ़ाई के माहौल के लिए फेमस दून के एसजीआरआर पीजी कॉलेज में छात्र संघ चुनाव की शुरुआत 2007 में हुई थी। हालांकि, कॉलेज की स्थापना 1960 में हुई। लेकिन, लिंगदोह कमेटी की सिफारिश के बाद एसजीआरआर पीजी कॉलेज में 2007 से छात्र संघ चुनाव शुरू हुए। पहले चुनाव में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी दुर्गेश सिंह ने जीत हासिल की। कॉलेज में अब तक 12 अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं, खास बात ये है कि 4 बार निर्दलीय, 4 बार एबीवीपी और 4 बार ही एनएसयूआई ने बाजी मारी। 2018 में अध्यक्ष बने प्रविन्द्र गुप्ता ने अब तक सबसे ज्यादा 338 वोट डिफ्रेंस से जीत का रिकॉर्ड कायम किया। यहां छात्र संघ चुनाव का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि चुनाव के दौरान स्टूडेंट्स वोट डालने यूनिफॉर्म में ही आते हैं। 2013 से कॉलेज में ड्रेस कोड भी छात्र संघ की पहल पर ही लागू किया गया था। कॉलेज प्रिंसिपल वीए बौड़ाईं ने बताया कि एसजीआरआर कॉलेज ड्रेस कोड लागू करने वाला पहला कॉलेज है। इसके बाद सरकार ने दूसरे कॉलेजेज में भी ड्रेस कोड लागू करने की कवायद शुरू की थी।

एसजीआरआर पीजी कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष-

2007-दुर्गेश सिंह-निर्दलीय

2008 -आशीष सकलानी, निर्दलीय

2009- अनिल तडि़याल -निर्दलीय

2010-विकास बल्लभ भट्ट, एनएसयूआई

2011- साकेन्द्र सिंह रावत, एबीवीपी

2012-भजन सिंह रावत, एबीवीपी,

2013-महादेव रतूड़ी, एनएसयूआई,

2014-नवल किशोर नेगी, एबीवीपी,

2015-विपिन बल्लभ, एनएसयूआई,

2016- कुलदीप पंत, एबीवीपी,

2017-शुभम रावत, एनएसयूआई,

2018-प्रविन्द्र गुप्ता, सक्षम छात्र संगठन