खरीद कर भरे फॉर्म-6 या फॉर्म-8

-पांच-पांच रुपए में फोटो स्टेट करने वाले कर रहे हैं सेल

-निर्वाचन आयोग ने फ्री ऑफ कास्ट अवेलेबल कराने के दिए हैं निर्देश

न तहसील में फॉर्म उपलब्ध है और न ही बीएलओ के पास। हर कोई नेट फ्रेंडली नहीं है। तहसील तक पहुंचने वाला कोई भी खाली हाथ लौटना नहीं चाहता। इसका फायदा उठा रहे फोटो स्टेट करने वाले। हर फॉर्म का वे पांच रुपए वसूल रहे हैं। आई नेक्स्ट ने स्टिंग के बाद यह बात डीएम तक पहुंचाई तो उन्होंने छापा मारकर कार्रवाई का आदेश दे दिया।

ALLAHABAD: इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के मुताबिक वोटर बनना बेहद आसान है। बस आपको वोटर रजिस्ट्रेशन फॉर्म फिल करना है। कुछ दिनों बाद वोटर आईडी कार्ड खुद बीएलओ आपके घर पहुंचा देगा। यह लाइनें पढ़ने और सुनने में अच्छी लगती हैं, लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है। वोटर बनने की इच्छा रखने वालों का उत्साह ऑफिसेज के चक्कर काटते खत्म हो रहा है। इलेक्शन ऑफिसेज में उन्हें फॉर्म नहीं मिल रहा है और सदर तहसील से कुछ कदम दूर यही फॉर्म पैसे लेकर खुलेआम बेचा जा रहा है। मतलब वोटर बनना है पैसे खर्च करिए। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने स्टिंग किया तो हकीकत खुद सामने आ गई।

कैसे पता चली हकीकत

एक फरवरी से इलेक्शन कमीशन की ओर से लोगों को वोटर बनने का चांस दिया गया है। जिला निर्वाचन कार्यालय और वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर में फॉर्म छह मांगने वालों की लंबी लाइन लग रही है। कर्मचारी फॉर्म मौजूद न होना बताकर लोगों को लौटा रहे हैं। आई नेक्स्ट को सुराग मिला तो वह खुद पहुंच गया शॉप पर इसे चेक करने।

स्थान- वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर, सदर तहसील

रिपोर्टर- भईया एक फॉर्म छह दे दीजिए। वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराना है।

कर्मचारी- फॉर्म छह मौजूद नहीं है। जिला निर्वाचन कार्यालय चले जाइए।

रिपोर्टर-वहां गए थे, ऑफिसर ने बताया कि तहसील से मिल जाएगा।

कर्मचारी- एक बार बता दिया यहां मौजूद नहीं है, हमें ले चलिए अधिकारी के पास, मैं पूछूंगा कि कब उन्होंने हमें फॉर्म बांटने के लिए दिया है।

(यह सुनकर वहां मौजूद एक युवक ने बताया कि तहसील के पास फोटोकॉपी की दुकानों पर फॉर्म मिल जाएगा)

 

स्थान- सदर तहसील के बगल फोटोकॉपी की दुकान

रिपोर्टर- भाई साहब, फॉर्म छह मिल जाएगा क्या?

दुकानदार-- हां मिल जाएगा।

रिपोर्टर- कितने का है फॉर्म?

दुकानदार- पांच रुपए का मिलेगा।

रिपोर्टर-वोटर रजिस्ट्रेशन फॉर्म बेचना तो अपराध है, आपको नहीं पता क्या?

दुकानदार- लेना है तो लीजिए, मुझे फालतू का ज्ञान मत दीजिए।

रिपोर्टर- एक दे दीजिए। फॉर्म आठ हो तो वह भी दे दीजिए।

दुकानदार- हां वह भी है, दोनों के दस रुपए लगेंगे।

(इसके बाद दुकानदार दोनों फॉर्म निकालकर दे देता है)

 

फरवरी के बाद मिलेंगे फॉर्म

रिपोर्टर ने चेक किया तो पता चला कि इलेक्शन ऑफिसेज में किसी भी तरह का फॉर्म अवेलेबल नहीं है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजकरन पांडेय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फॉर्म की शार्टेज चल रही है। जो थे तहसीलों में भिजवा दिए गए। नए फॉर्म छपने के लिए दिए गए हैं।

लोगों से मुंह छिपा रहे हैं बीएलओ

इसी दौरान सदर तहसील में मौजूद कुछ बूथ लेवल ऑफिसर्स से रिपोर्टर ने बात की तो उनका दर्द भी उभरकर सामने आ गया। उन्होंने बताया कि बूथ पर रुकना दुश्वार हो गया है। पब्लिक उनसे फॉर्म छह और फॉर्म आठ मांगती है। कुछ दिनों तक अपने पैसे से फोटोकॉपी करवाकर बांटा लेकिन कब तक ऐसा करते। पैसा कहां से आएगा इतना। अब हमने भी मना करना शुरू कर दिया है।

ऑफिसर्स को भी नियम पता नहीं

इलेक्शन कमीशन की ओर से सभी तरह के फॉर्म फ्री ऑफ कास्ट बांटने के निर्देश हैं। यह तो अधिकारी मानते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि पैसे लेकर फॉर्म बेचना अपराध है या नहीं। रिपोर्टर ने एसडीएम सदर शत्रोहन वैश्य से पूछा तो उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन की गाइड लाइन में कहीं भी फॉर्म बेचे जाने का प्रावधान नहीं है। मुझे नहीं पता कि तहसील के आसपास फॉर्म सेल किए जा रहे हैं, अगर ऐसा है तो इसकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

क्या है फॉर्म छह-मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए भरा जाता है।

क्या है फॉर्म आठ-मतदाता सूची में वोटर से संबंधित कोई जानकारी गलत है तो मिस्टेक को दूर करने के लिए भरा जाता है।

 

दिनभर में हजारों का वारा-न्यारा

इलेक्शन ऑफिसेज में फॉर्म अवेलेबल न होने का खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। दिनभर चक्कर लगाने के बाद या तो वह घर वापस लौट जाते हैं या आसपास की दुकानों के हत्थे चढ़ जाते हैं। इन दुकानों पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग फॉर्म खरीदने पहुंचते हैं। दुकानदार हर कापी का पांच रुपए वसूल रहे हैं। सोर्सेज का कहना है कि इस गड़बड़झाले में तहसील के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं।

सुबह मैं जिला निर्वाचन कार्यालय राउंड पर गया था तो एक आदमी ने भी ऐसी ही शिकायत की थी। पैसे लेकर फॉर्म बेचे जा रहे हैं तो निश्चित तौर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फॉर्म की शार्टेज किसी भी हाल में नहीं होने दी जाएगी।

पी गुरु प्रसाद,

डीएम

चुनाव से जुड़े हर काम को गंभीरता से लें

सोमवार को इलाहाबाद में नए डीएम के रूप में कार्यभार ग्रहण करने वाले पी गुरुप्रसाद का चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को सख्त तेवर देखने को मिला। निर्वाचन कार्यालय में फॉर्म अनुपलब्ध होना और फोटो स्टेट शॉप से पांच रुपए लेकर बेचने को उन्होंने तत्काल नोटिस लिया और छापा मारकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया। मिटिंग में उन्होंने कहा कि हर कोई लोकसभा चुनाव से जुड़े हर काम को तय समय सीमा में करना सुनिश्चित करे। उन्होंने सभी पोलिंग बूथों का सत्यापन करा लिया जाए। प्रभारी अधिकारी कार्मिक को उन्होंने निर्देश दिया कि दो दिन में सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया जाए।