सिंबल के लिए दिनभर हुई माथापच्ची, मेयर के एक प्रत्याशी का मामला फंसा, 23 को मिला निशान

ALLAHABAD: शंख बजेगा या गदा काम आएगी। पंजा बाजी मार ले जाएगा या साइकिल चलेगी। हाथी दौड़ेगी या कमल खिलेगा या फिर गदाधारी अथवा हल चलाने वाला बाजी मार ले जाएगा? यह तो वक्त के हाथों में मतदाताओं की मर्जी पर निर्भर है। लेकिन, चुनाव निशान को लेकर शनिवार को पूरे दिन गहमा-गहमी रही। घड़ी को लेकर तो ऐसा पेंच फंसा कि मामला चुनाव आयोग के पाले में चला गया। देर शाम प्रत्याशी को उसका मनपसंद चुनाव चिन्ह दे दिया गया।

मेयर कैंडिडेट में फंस गया झाम

शहर में मेयर के लिए 24 कैंडिडेट ने नामांकन किया है। शनिवार को प्रत्याशियों को चुनाव चिंह आवंटन के दौरान एक मामला फंस जाने से अधिकारियों को खासी दिक्कत हुई। हुआ यूं कि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी मंजेश कुमार ने नामांकन पत्र में उप्र नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी लिख दिया था। इस एरर को लेकर आरओ ने प्रत्याशी को निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहा। इस पर उन्होंने इंकार करते हुए आयोग के पास अपनी बात रखी। इसको लेकर देर शाम तक उनका चुनाव चिंह आवंटन फंसा रहा। बाद में उन्हें आयोग की ओर से घड़ी चुनाव निशान आवंटित किया गया। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को छोड़कर बाकी उम्मीदवारों को इस बीच चिंह आवंटित कर दिया गया।

किसको मिला कौन सा चिंह

प्रत्याशी पार्टी चुनाव चिंह

अभिलाषा गुप्ता भाजपा कमल

रमेश चंद्र केसरवानी बसपा हाथी

विजय मिश्रा कांग्रेस हाथ का पंजा

विनोद चंद्र दुबे सपा साइकिल

सलिल श्रीवास्तव आप झाड़ू

अतुल कुमार चौरसिया निर्दलीय जीप

अभिनव श्रीवास्तव निर्दलीय शंख

अशोक कुमार जायसवाल निर्दलीय फसल काटता किसान

आशा केसरवानी निर्दलीय वायुयान

उमेश कुमार गुप्ता निर्दलीय सितारा

ऊषा जोशी निर्दलीय वृक्ष

कुंवरजी निर्दलीय सुराही

नंदू निर्दलीय हल

प्रदीप कुमार निर्दलीय स्कूटर

फूलचंद्र दुबे निर्दलीय रिक्शा

मनीष जायसवाल निर्दलीय हथौड़ा

राजीव कुमार निर्दलीय सैनिक

राजेश उपाध्याय निर्दलीय पहिया

शौर्यदीप निर्दलीय तलवार

सरवर हुसैन निर्दलीय लड़का लड़की

सुंधाशु बल्लभ शुक्ला निर्दलीय गदा

हामिद अली निर्दलीय हेलीकाप्टर

निकालनी पड़ी लाटरी, एक को मिला

एक ही चिंह के लिए कई प्रत्याशियों ने पसंद भर दी। इसको लेकर मामला उलझ गया। आरओ ने लाटरी सिस्टम को फालो किया। जिस प्रत्याशी की किस्मत में चिंह आया, उसे सौंप दिया गया। वही पार्षदों की चुनाव चिंह सूची में उगता हुआ सूरज को भी स्थान दिया गया। उसकी सर्वाधिक डिमांड रही।

मेयर पद के लिए प्रत्याशी ने नामांकन पत्र में उप्र नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी भरा था जो गलत है। उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहा गया लेकिन वह नही माने। आयोग को मामले की जानकारी दी गई तो वहां से उन्हें पार्टी के चुनाव चिन्ह घड़ी देने का निर्देश आया। उन्हें घड़ी से चुनाव लड़ने की इजाजत दी गई है।

-दिनेश तिवारी,

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, निकाय चुनाव