- ग्रॉस कास्ट कांट्रैक्ट मॉडल के आधार पर होगा बसों का संचालन

- फेम इंडिया टूर योजना के तहत अन्य शहरों में इलेक्ट्रिक सिटी बसें जल्द

- नगरीय परिवहन निदेशालय ने केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को भेजा प्रस्ताव

LUCKNOW: राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा बढ़ाने की तैयारी चल रही है। वहीं लाइफ टाइम पूरी कर चुकी सीएनजी बसों का संचालन शहर में बंद हो जाएगा। दरअसल, केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की फेम इंडिया टू योजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ावा देने की तैयारियां चल रही हैं। लखनऊ सहित 11 शहरों में इलेक्ट्रिक सिटी बसों के सड़क पर उतरने से जहां पब्लिक को खासी राहत मिलेगी, वहीं शहर में बढ़ते प्रदूषण पर भी लगाम लगाई जाएगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार फिलहाल 11 शहरों में तकरीबन 630 बसों के संचालन की प्लानिंग की जा रही है। बसों के संचालन को लेकर नगरीय परिवहन निदेशालय ने केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को यह प्रस्ताव भी भेज दिया है।

केंद्रीय परिवहन मंत्रालय उठाएगा खर्च

योजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार फेम इंडिया टू के तहत 900 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत ग्रॉस कास्ट कांट्रैक्ट मॉडल की तर्ज पर बसों का संचालन किया जाएगा। ऐसे में बस के संचालन में जो भी खर्चा आएगा उसमें प्रति बस 45 लाख रुपये का खर्च केंद्र सरकार सलाना उठाएगी। अन्य धनराशि की जिम्मेदारी नगरीय परिवहन निदेशालय की होगी। केंद्र सरकार को भेजे इस प्रस्ताव को जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है। मंजूरी मिलते ही टेंडर कर निजी ऑपरेटरों को संचालन में जोड़ा जाएगा।

इन शहरों में चलनी हैं सिटी इलेक्ट्रिक बसें

लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयाग, आगरा, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, सहारनपुर

यह होगा फायदा

- बसों की संख्या बढ़ने से पैसेंजर्स को स्टॉपेज पर अधिक इंतजार नहीं करना होगा

- किसी तरह का प्रदूषण इन बसों से नहीं होगा

- रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे

- सस्ते किराए में वातानुकूलित बस में सफर की सुविधा मिलेगी

कोट

फेम इंडिया टू स्कीम केंद्र सरकार की है, जिसके तहत इलेक्ट्रिक सिटी बसों की सुविधा पब्लिक को दी जानी है। लखनऊ सहित 11 शहरों में इन बसों का संचालन होना है। प्रोजेक्ट तैयार है, बस अनुमति का मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। इसी वर्ष इन बसों का संचालन भी शुरू हो जाएगा।

अजीत सिंह, संयुक्त निदेशक

नगरीय परिवहन निदेशालय