बरसात के दौरान शार्ट ट्रिपिंग से परेशान हुए शहरवासी

कहीं घंटों लंबा कट तो कहीं बार-बार गायब हुई बिजली

Meerut । आगामी 15 जुलाई से मेरठ को नो ट्रिपिंग जोन घोषित करने का दावा कर रहे विद्युत विभाग के लिए बरसात का मौसम बाधा साबित हो सकता है। विद्युत विभाग की पूरी तैयारियों के बावजूद बरसात का पानी और तेज हवाएं नो ट्रिपिंग जोन की कवायद पर बे्रक लगा रही है। इसका नतीजा है कि गुरुवार को प्री मानसून बरसात में ही शहर को सवा चार घंटे से अधिक समय की कटौती झेलनी पड़ी।

कटौती से परेशानी

गौरतलब है कि गुरुवार शाम को हुई तेज बारिश के दौरान ही शहर के अधिकतर इलाकों में बिजली गुल हो गई। विद्युत विभाग इस कटौती से 80 प्रतिशत शहर के इलाके अंधेरे में डूबे रहे हालांकि बरसात के बाद तापमान में कमी के कारण लोगों ने कुछ राहत भी महसूस की।

सिर्फ ब्रेक डाउन लिया

दरअसल विद्युत विभाग के अनुसार गुरुवार को हुई बरसात के दौरान पूरे शहर व देहात क्षत्रों मे कहीं भी बिजली कटौती या फॉल्ट नही हुआ सिर्फ विद्युत विभाग ने शहर में ब्रेक डाउन लिया था। इस ब्रेक डाउन के कारण गुरुवार को शहर में करीब 19.56 घंटे की सप्लाई ही मिल सकी। जबकि अन्य दिनों मे यह सप्लाई करीब 23 से 23.39 घंटे हो रही थी।

पेड़ बन रहे बाधा

विद्युत विभाग के अनुसार शहर व देहात की अधिकतर एलटी और एचटी लाइन पेड़ों के पास या नीचे से गुजर रही है। बारिश होने के कारण पेड़ों से पानी का गिरना लगातार जारी रहता है। कई बार तेज हवाओं के कारण पेड़ तारों को भी तोड़ देते हैं। ऐसे में पानी और हवाओं से लाइन टूटने का खतरा बना रहता है। इस कारण से बरसात के समय बे्रक डाउन लिया जाता है।

सप्ताह भर सप्लाई की स्थिति- घंटों में

तहसील शहर देहात

28 जून 20.42 19.56 15.46

27 जून 22.00 23.00 17.00

26 जून 21.53 23.29 17.19

25 जून 21.58 23.25 16.51

24 जून 18.47 23.20 16.51

23 जून 17.51 23.28 17.05

22 जून 21.53 22.55 15.25

बारिश के दौरान केवल ब्रेक डाउन लिया गया था पूरे शहर में कहीं भी फॉल्ट या कटौती नही हुई है। शुक्रवार को सप्लाई पूरी तरह सामान्य रही है।

- इ। एस बी यादव, चीफ इंजीनियर मेरठ जोन

पिछले साल की तुलना में इस बार सप्लाई काफी सही है लेकिन बारिश में काफी अधिक कट लगते हैं। यही गुरुवार को हुआ बिजली शाम से ही गायब रही।

ललित यादव

दोपहर बारिश से पहले ही पावर कट शुरु हो गया जो बार बार लगता रहा है। यदि कटौती हो तो लगातार की जाए बार-बार आने जाने से बिजली के उपकरण खराब हो जाते हैं।

शशिकांत

बिजली व्यवस्था पूरी तरह से खराब है। जरा सी बारिश व हवा चलने पर ही घंटों लंबा कट ले लिया जाता है। ऐसे में नो ट्रिपिंग जोन बनना मुश्किल है।

हरिकिशन