- दो माह पहले यूपीपीसीएल ने सभी स्कूलों के पास से एचटी लाइन हटाने के दिए थे आदेश

-बिजली विभाग ने जारी बीएसए और डीआईओएस से मांगी थी लिस्ट, जिम्मेदारों ने नहीं दिया ध्यान

बरेली : शहर में कई स्कूलों में पढ़ रहे मासूमों की जान खतरे में है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने सैटरडे को कई स्कूलों के बाहर रियलिटी चेक किया तो पाया स्कूलों की बिल्डिंग के ऊपर और पास से एचटी लाइन गुजर रही है। जिसके तार टूटने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जबकि दो महीने पहले यूपीपीसीएल ने बिजली विभाग से सभी एचटी लाइन को शिफ्ट करने का आदेश जारी किया था। लेकिन इसके भी जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया।

बच गया बड़ा हादसा

पिछले साल एक नवंबर को शहर बालीपुर हारुनगला में वुडरो स्कूल के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर गई थी। गनीमत रही कि इससे पहले ही स्कूल की छुट्टी हो गई थी। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।

यह आया था आदेश

हाल ही में यूपीपीसीएल कॉरपोरेशन एमडी ने बैठक में आदेश दिया गया था कि शहर में जिन स्कूलों के ऊपर से एचटी लाइन गुजर रही है, उन्हें शिफ्ट किया जाए। उन्होंने साफ किया था कि बेसिक, माध्यमिक स्कूलों की लाइन शिफ्ट कराने का खर्च शासन वहन करेगा। जबकिं प्राइवेट स्कूल अपने निजी खर्च से बजट देंगे।

अभी तक नहीं सौंपी लिस्ट

एमडी के आदेश के बाद बिजली विभाग ने डीआईओएस और बीएसए को लेटर जारी कर सभी स्कूलों की लिस्ट मांगी थी जिनके ऊपर से एचटी लाइन गुजर रही है। लेकिन बीएसए और डीआईओएस ने सर्वे कराने की जहमत नहीं उठाई। आदेश को करीब दो महीने से ज्यादा टाइम हो गया है। लेकिन अभी अभी किसी भी स्कूल के सामने से लाइन शिफ्ट कराने का आवेदन तक नहीं आया है।

अधर में लटकी प्रक्रिया

शहर में 120 बेसिक और 123 माध्यमिक स्कूल हैं। बिजली विभाग के अफसरों की माने तो शिफ्टिंग का आदेश आने के बाद विभाग ने शिक्षा विभाग को सर्वे कर रिपोर्ट सौंपने को पत्र भी सौंपा लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

लोगों की बात

1. यह बच्चों की जान से जुड़ा मामला है। एक पेरेंट होने के नाते मैं इस विभागीय उदासीनता की शिकायत प्रशासन से करुंगा।

विशाल मेहरोत्रा।

2. बच्चों में जान खतरे में होने के बाद भी जिम्मेदार बच्चों की जान की परवाह नहीं कर रहे हैं। स्कूल के ऊपर अगर एचटी लाइन गिरी तो बड़ा हादसा हो सकता है। प्रिंसिपल से इस बाबत बात की जाएगी।

सिराज अहमद।

वर्जन

बिजली विभाग का पत्र प्राप्त हुआ है, अभी ऐसे स्कूलों का सर्वे नहीं कराया गया है। जल्द सभी स्कूलों को पत्र जारी कर आवेदन मांगे जाएंगे।

डॉ। अचल कुमार मिश्रा, डीआईओएस।

वर्जन

अभी इस बाबत कोई प्रक्रिया आरंभ नहीं की गई है। जल्द लेटर जारी कर आवेदन मांगे जाएंगे, एक स्कूल ने आवेदन किया था, लेकिन स्कूल के नाम की जानकारी नहीं है।

तनुजा त्रिपाठी, बीएसए।

वर्जन

दो महीने पहले डीआईओएस और बीएसए को लेटर जारी कर स्कूलों की लिस्ट मांगी थी, लेकिन एक भी स्कूल की लिस्ट नहीं मिली है। अगर लिस्ट आती है तो एचटी लाइन शिफ्ट कराई जाएगी।

-एनके मिश्रा, एसई अर्बन