-500 व 1000 के नोटों पर सरकारी पाबंदी पर पीवीवीएनएल ने किया लेने से इंकार
-छुट्टा न होने के कारण बिल जमा नहीं कर पाए कंज्यूमर्स, 50 करोड़ का फटका
Meerut। 500 और 1000 के नोटों पर सरकारी बैन ने पब्लिक के साथ-साथ सरकारी विभागों के भी चीख निकलवा दी। नोटो पर बैन के पहले दिन बुधवार को कंज्यूमर्स अपने बिजली के बिल जमा नहीं कर पाए। नतीजा यह हुआ कि ड्यू डेट पर बिल जमा न होने के कारण विभाग द्वारा सैंकड़ों कंज्यूमर्स का कनेक्शन काट दिया गया। वहीं बिल जमा न होने के कारण पीवीवीएनएल को एक ही दिन में करोड़ों का फटका लग गया।
कैश काउंटर रहे सूने
बिजली कैश काउंटर्स पर छुट्टे रुपए न होने के कारण अधिकांश कंज्यूमर्स अपना बिल नहीं जमा कर पाए, जिसके चलते विभाग के कैश काउंटर्स दिन भर वीरान पड़े रहे। नोटों के क्राइसेस के चलते समय पर बिल न जमा कर पाने के कारण विभाग की ओर से सैंकड़ों कंज्यूमर्स का कनेक्शन काट दिया गया।
50 करोड़ का फटका
बिल न जमा होने के कारण विभाग को एक दिन में 50 करोड़ का फटका लग गया। जिसमें से अकेले मेरठ में ही विभाग को चार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा। एसई अर्बन आरके राणा ने बताया कि आम दिनों में शहर से 3.5 करोड़ के आस-पास कैश बिल आता है, जो बुधवार को न के बराबर रहा। वहीं एसई रूरल वीएन सिंह ने बताया कि बिल न जमा होने के कारण देहात सर्कल में 50 लाख का नुकसान हुआ है।
सरकारी बैन के चलते 500 व 1000 के नोट नहीं लिए गए हैं। इससे विभाग के राजस्व पर भारी असर पड़ा है। आगामी दो-तीन दिनों तक यह समस्या जारी रहेगी।
-पंकज कुमार, चीफ इंजीनियर मेरठ
आज बिल जमा करने की ड्यू डेट थी। ऐसे में कैश काउंटर पर 500 का नोट लेने से इंकार कर दिया। सरकार के इस फैसले ने विकट समस्या खड़ी कर दी।
-दीपांशु शर्मा, बक्सर
कैश विंडों पर खुले पैसे न देने के चलते बिजली कर्मचारी ने बिल जमा करने से इंकार कर दिया। ऐसे में खुले हुए पैसों का संकट खड़ा हो गया। ऐसे बेतुके फैसले से पूर्व कोई वैक्लपिक व्यवस्था की जानी थी।
-रिमांशी कौशिक, गंगानगर
बिल जमा न होने के कारण बिजली कर्मचारी कनेक्शन काटने आ गए। ऐसे में बड़ी कहन-सुनन के बाद कनेक्शन कटने से बचाया। सरकार ने अजीब मुसीबत में डाल दिया।
-बिजेन्द्र कुमार, श्रद्धापुरी