-मोहद्दीपुर ट्रांसमिशन उपकेंद्र से धर्मशाला उपकेंद्र को बिजली देने को लगा था 2.50 किमी डबल सर्किट केबल

-मोहद्दीपुर चौराहे से रेल म्यूजियम तक सड़क चौड़ीकरण व नाली खुदाई में केबल जगह-जगह क्षतिग्रस्त

<-मोहद्दीपुर ट्रांसमिशन उपकेंद्र से धर्मशाला उपकेंद्र को बिजली देने को लगा था ख्.भ्0 किमी डबल सर्किट केबल

-मोहद्दीपुर चौराहे से रेल म्यूजियम तक सड़क चौड़ीकरण व नाली खुदाई में केबल जगह-जगह क्षतिग्रस्त

GORAKHPUR: GORAKHPUR: आमजन की गाढ़ी कमाई का करीब भ्0 लाख रुपए बिजली इंजीनियरों की लापरवाही से बर्बाद हो गया। यह मोहद्दीपुर चौराहे से धर्मशाला उपकेंद्र तक क्.ख्0 किमी में लगे भूमिगत केबल की कीमत है, जो सड़क चौड़ीकरण की भेंट चढ़ गई है। जेसीबी से सड़क किनारे नाले की खुदाई के दौरान केबल जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

जानकारों का कहना है कि क्फ् माह पहले लगे इस अंडर ग्राउंड केबल को इंजीनियर बचा सकते थे। पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार से समन्वय बनाकर चाहते तो केबल निकाल सकते थे। पर्याप्त समय होने के बाद भी कोई कोशिश नहीं की गई।

ख्0क्8 में लगा था केबल

आईपीडीएस योजना की कार्यदायी संस्था एनसीसी ने ख्.7भ् करोड की लागत से स्टेशन रोड स्थित हाईडिल कॉलोनी में धर्मशाला उपकेंद्र का निर्माण कराया। इस उपकेंद्र को बिजली सप्लाई देने के लिए स्थानीय ठेकेदार के जरिए अगस्त ख्0क्8 में मोहद्दीपुर ट्रांसमिशन उपकेंद्र से फ्फ् केवी लाइन का अंडरग्राउंड केबल लगवाया गया। इसके बाद मोहद्दीपुर चौराहे से जगंल कौडि़या तक फोरलेन बनाने का काम शुरू हुआ।

सड़क के एक पटरी पर केबल ट्रंच बनाने के बाद हाल में पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार ने दूसरी पटरी पर डेढ़ मीटर गहराई में नाले की खुदाई जेसीबी से शुरू कराई। इस दौरान मोहद्दीपुर चौराहे से रेल म्यूजियम तक करीब क्.ख्0 किमी डबल सर्किट केबल जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए। धर्मशाला उपकेंद्र को वर्तमान समय में विवि उपकेंद्र से जोड़कर बिजली सप्लाई की जा रही है। अफसरों की इस लापरवाही पर निगम के जिम्मेदार कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। उनका कहना है कि हम लोग पीडब्ल्यूडी ठेकेदार से केबल की भरपाई कराएंगे।

अंडरग्राउंड केबल में मानकों की अनदेखी

ठेकेदार ने मशीन से अंडरग्राउंड केबल लगाया। सूत्रों के मुताबिक, मानकों की अनदेखी कर केबल लगाया गया। केबल के साथ कहीं पर भी पाईप नहीं है। ठेकेदार का दावा है कि उसने तीन मीटर गहराई में केबल लगाया। जबकि, पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार का दावा है कि उसने डेढ़ मीटर ही खुदाई कराई है। यदि केबल तीन मीटर गहराई में लगा होता तो कभी नहीं कटता।

बच सकते थे केबल

विद्युत माध्यमिक कार्य खंड ने जिस प्रकार मोहद्दीपुर चौराहे से लेकर विवि उपकेंद्र तक फ्फ् केवी ओवरहेड लाइन की शिफ्टिंग कराई। उसी प्रकार नगरीय वितरण मंडल व खंड प्रथम के अभियंता चाहते तो अंडरग्राउंड केबल निकाल कर उसे भी दोनों उपकेंद्रों के केबल के साथ ओवरहेड टांग सकते थे। महानगरीय विद्युत वितरण मंडल व वितरण खंड प्रथम के अभियंताओं ने इस केबल को बचाने की कोई सार्थक पहल नहीं की।

वर्जन

यह सही है कि धर्मशाला उपकेंद्र की फ्फ् केवी अंडरग्राउंड केबल को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। जेसीबी से खुदाई में केबल जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है।

ई। नवनीत कुमार प्रजापति, एक्सईएन शहर प्रथम