- बांस-बल्ली के सहारे दौड़ाए गए हैं एलटी तार

- अहिरौली विद्युत उपकेन्द्र अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में बनी रहती है हादसे की आशंका

JHUMILA BAZAR: बिजली के तारों से निकली चिंगारी और तार टूटकर गिरने से आए दिन फसल राख हो रही है। इसके बाद भी विभाग इसको लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा। गोला ब्लॉक के अहिरौली विद्युत उपकेन्द्र अंतर्गत तो बिजली की सप्लाई में प्रयुक्त पोल बांस और बल्ली के हैं। इनसे होकर गुजरे तार खेतों और लोगों के घरों के ऊपर लटक रहे हैं। इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

1998 में बना उपकेन्द्र

पूर्व विधायक पं। हरिशंकर तिवारी के प्रयास से 1998 में गोला-बड़हलगंज में विद्युत व्यवस्था की हालत सुधारने के लिए इस उपकेन्द्र की स्थापना की गई थी। लेकिन इस समय यह केन्द्र खुद बदहाल स्थिति में नजर आता है। उपकेन्द्र पर कोई कंप्लेन लेकर जाने पर ताला बंद मिलता है। उपकेन्द्र में भी भी कोई जानवर चला जाता है। इससे खतरे की आशंका बनी रहती है।

3 फीडरों के सहारे सप्लाई

यह उपकेन्द्र 3 फीडरों मदरिया, झुमिला, बेलसड़ा में बंटा है। झुमिला फीडर पर 65 एम्पियर, बेलसड़ा पर 70 और मदरिया पर 95 एम्पियर का दबाव रहता है। फीडर काफी पुराना होने से इसके तार जर्जर हो गए हैं। यहां कर्मचारियों की भी भारी कमी है। 9 के बदले सिर्फ एक लाइनमैन है। प्राइवेट लाइनमैन के सहारे उपकेन्द्र है। दो प्राइवेट लाइन मैन की मौत भी हो चुकी है।

उपकेन्द्र में स्टाफ की कमी है। समस्याएं बहुत हैं। समाधान की कोशिश की जा रही है।

- प्रद्युम्न सिंह, अवर अभियंता