-बक्शीपुर सब डिविजन की बिल्डिंग का खस्ता हाल

-बदहाल बिल्डिंग के छत से टपक रहा पानी, हादसे को दे रहा दावत

-छत से टपकता पानी बिजली उपकरण हो रहे खराब

GORAKHPUR: पावर कार्पोरेशन के बक्शीपुर सब डिविजन की बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। आलम यह है कि बिल्डिंग की दीवार व छतों में दरारें आ गई हैं। छत से लोहे की छड़ साफ दिखाई देती है। बारिश में छत से पानी टपकता है जिससे बिजली उपकरण भी खराब हो रहे हैं। इस जर्जर भवन में कर्मचारी कार्य करते हैं। वहीं किसी न किसी जरूरी कार्य से उपभोक्ता भी आते रहते हैं। अगर आला अफसरों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

नहीं हुई कभी मरम्मत

1928 में बक्शीपुर सब डिविजन की स्थापना की गई। इसके बाद से ही इस भवन की मरम्मत तक नहीं कराई गई। जिससे ये पुरानी बिल्डिंग बदहाल हो चुकी है। भवन के जर्जर होने से बारिश का पानी अंदर घुस जा रहा है। जिसके चलते बिजली उपकरण खराब होने का खतरा मंडराने लगा हैं। आलम यह है कि भवन के दीवारों पर पौधे उग गए हैं और छत का प्लास्ट टूट कर गिरता रहता है। जबकि इस भवन में करीब 40 कर्मचारी कार्य करते हैं। वहीं 40 से 50 उपभोक्ता हर रोज किसी न किसी कार्य से आते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि सब डिविजन को दूसरे जगह शिफ्ट करने के लिए कई बार अफसरों को पत्र लिखा जा चुका है। लेकिन किसी भी अफसर ने सुध नहीं ली।

भवन में बिछा है तार का जाल

हैरानी की बात है कि पूरे शहर को बिजली सप्लाई देने वाला पावर कार्पोरेशन खुद ही बीमार है। बक्शीपुर के दफ्तर में तार का जाल फैला है। इसी के बीच कर्मचारी अपना कार्य कर रहें हैं। उनके ऊपर हर रोज करंट का खतरा मडरा रहा है। फिर भी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ती। जबकि यह डिविजन शहर का मेन हिस्सा है। यहां से बक्शीपुर, कूड़ाघाट, गोरखनाथ, दुर्गावाड़ी, विकास नगर आदि इलाके को कवर करता है।

बारिश से खराब हो रहे प्री पेड मीटर

अभी पिछले दिनों आई बारिश के चलते भवन के स्टोर में रखे गए प्री पेड मीटर पानी से भीग गए। जिससे उनके खराब होने का खतरा मंडराने लगा। आनन-फानन में कर्मचारियों ने इन मीटरों को धूप में सुखाने का प्रयास शुरू किया। हालांकि उपभोक्ताओं के घर में यह मीटर चलेंगे या नहीं इस बारे में कोई साफ नहीं बता रहा है।

वर्जन

यह भवन काफी पुराना है। इसके लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। नया भवन देखा जा रहा है। जल्द ही बक्शीपुर उपकेंद्र को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा।

एके सिंह, अधीक्षण अभियंता, पावर कार्पोरेशन