-छुट्टी रद्द होने के बाद एक एनेस्थीसियन काम पर लौटे

-नई पोस्टिंग पर जाने के बाद फिर होगी समस्या

DEHRADUN : शनिवार को पूरी तरह से बंद रहने के बाद सोमवार को दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर खुले तो सही, लेकिन इनमें केवल इमरजेंसी ऑपरेशन ही हो पाये। यह फौरी राहत छुट्टी पर गये एक एनीस्थीसियन के काम पर लौटने के कारण मिल पाई, लेकिन आने वाले दिनों में इस एनीस्थीसियन के नये पोस्टिंग स्थल पर चले जाने से स्थिति फिर बिगड़ने के आसार हैं।

केवल ब् एनीस्थीसियन काम पर

दून अस्पताल में अभी तक कुल क्0 एनीस्थीसियन काम कर रहे थे। इनमें से ब् हेल्थ डिपार्टमेंट के और पांच मेडिकल एजुकेशन विभाग के थे। हेल्थ डिपार्टमेंट के फ् एनीस्थीसियन का ट्रांसफर हो गया है, जबकि एक अगले महीने रिटायर होने वाले हैं और लीव पर हैं। उधर मेडिकल एजुकेशन की एक एनीस्थीसियन मेटरनिटी लीव पर हैं। कुल मिलाकर फिलहाल मेडिकल एजुकेशन के चार एनीस्थीसियन के भरोसे दून और दून महिला अस्पताल चल रहे हैं। दून महिला अस्पताल में हर समय कम से ब् एनीस्थीसीयन की जरूरत होती है।

मेडिकल कॉलेज ने निकाली एक वैकेंसी

तीन एनीस्थीसियन का ट्रांसफर और एक के अगले महीने रिटायरमेंट होने के बावजूद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एक एनीस्थीसियन की वैकेंसी निकाली है। मेडिकल कॉलेज के नॉ‌र्म्स के अनुसार पहले साल इससे ज्यादा एनीस्थीसियन की नियुक्ति नहीं की जा सकती है, लेकिन दून अस्पताल के लिए यह स्थिति काफी चिन्ताजनक होगी, क्योंकि यह पहले से बड़ा अस्पताल है, इनमें अधिक डॉक्टरों की जरूरत है। फिलहाल जितने डॉक्टरों की दून अस्पताल को जरूरत है, उतने मेडिकल कॉलेज के ना‌र्म्स के अनुसार भर्ती नहीं किये जा सकते।

क्म् डॉक्टरों के रिलीव होने के बाद बढ़ेगी समस्या

दून अस्पताल से जिन क्म् डॉक्टरों का ट्रांसफर किया गया है, उनमें से ज्यादातर अभी अस्पताल में ड्यूटी दे रहे हैं। एनीस्थीसिया के डॉ। पंकज शर्मा छुट्टी पर थे, लेकिन सीएमएस द्वारा छुट्टी रद्द कर दिये जाने के कारण सोमवार को वे काम पर लौट आये। उनके आने पर ही दून की चारों ओटी में ऑपरेशन संभव हो पाये। आने वाले दिनों में सभी क्म् डॉक्टरों को रिलीव किया जाना है और उन्हें अपनी नई पोस्टिंग स्थल पर रवाना होना है, ऐसे में दून अस्पताल में फिर स्थितियां खराब हो सकती हैं। नये डॉक्टरों की भर्ती की अभी कोई संभावना नहीं है।

ट्रांसफर में मानकों की अवहेलना का आरोप

इस बीच हेल्थ डिपार्टमेंट के डॉक्टरों के संघ पीएमएचएस संघ ने अनेक डॉक्टरों के ट्रांसफर में नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। पीएमएचएस संघ की जिला इकाई की सोमवार को हुई बैठक में कहा गया कि नियमानुसार भ्भ् वर्ष ने अधिक उम्र के डॉक्टरों का ट्रांसफर नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन इस बार ऐसा किया गया है। इसके अलावा कई ऐसे डॉक्टर हैं जो 7 साल से ज्यादा समय में मैदानी क्षेत्रों में डटे हुए हैं, लेकिन उनका ट्रांसफर नहीं हुआ है। संघ ने इस संबंध में डीजी को ज्ञापन देने का फैसला किया है।