-स्मार्ट सिटी बेस्ड नेशनल कांफ्रेंस में मेट्रो रेल के विकल्पों पर हुई चर्चा

-केंद्र सरकार से इलेक्ट्रिक बसें प्रोवाइड कराने का भेजा गया प्रस्ताव

PRAYAGRAJ: यह जरूरी नहीं कि प्रयागराज में मेट्रो रेल ही दौड़ाई जाए। लोकल ज्यॉग्राफिकल कंडीशंस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कम लागत और सीमित संसाधनों का प्रयोग करते हुए अगर बेहतर ऑप्शंस मिल जाएं तो इसमें कोई बुराई नहीं। पिछले दिनों लखनऊ में हुई अर्बन मोबिलिटी नेशनल कांफ्रेंस में यही चर्चा हुई। देश-विदेश से आए एक्सप‌र्ट्स के बीच स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और नॉन मोटराइज्ड व्हीकल डेवलपमेंट पर बात की गई। इसमें प्रयागराज को लेकर भी महत्वपूर्ण सुझाव और प्रस्ताव पेश किए गए।

तो हो जाएगा समस्या का हल

नेशनल कांफ्रेंस में देश और विदेश की मेट्रो रेल कंपनियों ने पार्टिसिपेट किया। इसमें यह मंथन हुआ कि किस शहर में इसकी जरूरत है और कहां नहीं। इस दौरान प्रयागराज के बारे में भी चर्चा हुई। इस चर्चा में कहा गया कि मेट्रो रेल की जगह महाराष्ट्र की तर्ज पर लाइट मेट्रो का प्रोजेक्ट ज्यादा कारगर साबित होगा। इसकी लागत भी कम होगी। एक्सप‌र्ट्स ने एलीवेटेड बसेज का भी सुझाव दिया। मेट्रो की तरह यह भी निश्चित रूट पर रन करेगी। बताया गया कि केंद्र सरकार ने प्रयागराज को सौ इलेक्ट्रिक बसेज देने का वादा किया है। एक्सप‌र्ट्स ने कांफ्रेंस में इससे अधिक बसें देने का प्रस्ताव तैयार किया।

केवल सड़क चौड़ीकरण न करे पीडब्ल्यूडी

कुंभ के पहले प्रयागराज में सड़क चौड़ीकरण बड़े पैमाने पर किया गया है। ऐसा ही अन्य शहरों में भी पीडब्ल्यूडी ने किया है। कांफ्रेंस में विभाग के स्टेट लेवल इंजीनियर को भी बुलाया गया था। उनको इन शहरों में चौड़ी हुई सड़कों पर स्ट्रीट स्किपिंग करने का निर्देश दिया गया। बता दें कि कांफ्रेंस केंद्र के अर्बन हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मंत्रालय की ओर से आयेाजित की गई थी। कहा गया कि इन सड़कों पर पब्लिक के पैदल चलने और साइकिल चलाने के लिए भी जगह छोड़ी जाए।

नॉन मोटराइज्ड व्हीकल्स को दें बढ़ावा

-एक्सप‌र्ट्स ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनने की ओर अग्रसर तमाम शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर्याप्त नहीं हैं।

-ऐसे में लोग मोटराइज्ड व्हीकल यानी बाइक और कार अधिक यूज करते हैं।

-प्रयागराज जैसे शहरों में इसकी जगह साइक्लिंग को अधिक प्रमोट किया जाना चाहिए।

-पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बढ़ावा दिया जाए, जिससे नॉन मोटराइज्ड व्हीकल्स की संख्या बढ़े।

-इसके लिए केंद्र सरकार को प्रयागराज व अन्य शहरों में सीएनजी बसेज उपलब्ध कराने भी प्रस्ताव भेजा गया।

यह अर्बन मोबिलिटी पर बेस्ड 12वीं नेशनल कांफ्रेंस थी। इसमें मेट्रो सिटीज, मेट्रो रेल कंपनीज, स्मार्ट सिटी लिमिटेड आदि के अधिकारी और एक्सप‌र्ट्स को बुलाया गया था। प्रयागराज को लेकर भी चर्चा हुई। बताया गया कि यहां मेट्रो रेल के कई सब्स्टीट्यूट हो सकते हैं। वुमन इम्पावरमेंट और नॉन मोटराइज्ड व्हीकल्स के मूवमेंट पर भी जोर दिया गया।

-विपिन कुमार, असिस्टेंट मैनेजर सिविल, प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड