-बैंक, बीएसएनएल, एलआईसी समेत विभिन्न विभागों के कर्मचारी संगठन हड़ताल पर

-चरमरा जाएंगी व्यवस्थाएं, करोड़ों का कारोबार होगा प्रभावित

Meerut। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में शुक्रवार को केंद्रीय और राज्य सरकार कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। मेरठ में विभिन्न संस्थानों के करीब 25 हजार कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। हड़ताल को विभिन्न ट्रेड संगठन भी समर्थन दे रहे हैं।

ये हैं प्रमुख मुद्दे

-निजीकरण का विरोध

-बैकों के मर्जर का विरोध

-मजदूरों का न्यूनतम मानदेय 18 हजार घोषित करें।

-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के बारे में स्थिति स्पष्ट करें।

-लेबर लॉ में संशोधन करें।

यह है 17वीं हड़ताल

बैंक समेत विभिन्न संस्थानों की यह 17वीं हड़ताल है। 1991 से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे केंद्रीय और राज्य कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।

25 हजार कर्मचारी हड़ताल पर

शुक्रवार को हड़ताल में 5000 बैंककर्मी और अधिकारी, इश्योरेंस सेक्टर के 500, 2000 बीएसएनएल कर्मी, इनकम टैक्स के 500, सेंट्रल डिफेंस एकांउट के 400 कर्मचारी समेत विभिन्न केंद्रीय और राज्य संस्थानों के 25 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।

ये भी रहेंगे शामिल

सीटू, इंटक, एटक, हिंद मजदूर सभा, एआईसीटीयू, टीयूसीटी, सेवा, आंगनबाड़ी, रोडवेज आदि संगठन हड़ताल में शामिल होंगे।

करोड़ों का लेनदेन प्रभावित

एक दिन की हड़ताल से करोड़ों का लेनदेन प्रभावित होगा। 120 करोड़ के बैंक कारोबार के अलावा करीब 7 करोड़ का इंश्योरेंस कारोबार, 1.50 करोड़ का रोडवेज सहित करीब 200 करोड का कारोबार प्रभावित होगा।

-जनपद का लीड बैंक सिंडीकेट बैंक

-जिले में बैंक शाखा-1384

-जिले में बैंक कर्मी-5000

-प्रभावित कारोबार-120 करोड़

ऐसे करेंगे विरोध

-कचहरी स्थित सिंडीकेट बैंक में होंगे एकजुट

-सरकारी नीति का करेंगे विरोध

-बैंक मर्जिग से नुकसान की बताएंगे वजह

-डीएम को पीएम के नाम सौंपेंगे ज्ञापन

बैंकों को मर्ज करने को लेकर आए सरकार के निर्णय का विरोध किया जाएगा। इसके लिए एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है। हड़ताल के दौरान कर्मचारी पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार रखेंगे।

-विनय शर्मा, सिंडीकेट बैंक।