चौपुला रेलवे कॉलोनी के कंडम घरों में जमता था स्मैकियों का अड्डा

17 घरों को तोड़कर भगाए गए अवैध कब्जेदार, कॉलोनी वालों ने ली राहत की सांस

BAREILLY: इज्जतनगर की चौपुला रेलवे कॉलोनी के जर्जर मकानों में अवैध कब्जेदारों के खिलाफ ट्यूजडे को कार्रवाई हुई। अस्टिेंट डिविजनल इंजीनियर एके श्रीवास्तव की अगुवाई में रेलवे अधिकारियों व आरपीएफ ने कॉलोनी में क्7 जर्जर मकानों से अवैध कब्जे हटाए। एडीईएन एके श्रीवास्तव ने सुबह क्0.फ्0 बजे कॉलोनी से अवैध कब्जे के खिलाफ अभियान शुरू कराया। इस कॉलोनी में रिक्शेवाले, ठेले वाले, बर्तन मांजने वालों ने पिछले काफी समय से अवैध कब्जा किया हुआ था। करीब क्भ् दिन पहले एडीईएन ने डीएम को अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई के लिए एप्लीकेशन भी भेजी थी। साथ ही अवैध कब्जेदारों को मकान खाली करने की नोटिस भी दी थी।

बना स्मैकियों का अड्डा

शहर में एनईआर की तीन रेलवे कॉलोनीज है। इज्जतनगर न्यू कॉलोनी, बरेली सिटी स्टेशन कॉलोनी और चौपुला रेलवे कॉलोनी। चौपुला रेलवे कॉलोनी के डेढ़ दर्जन मकान जर्जर हालत में थे। इनमें अवैध कब्जेदारों के अलावा चोरों और स्मैकियों ने भी अपना अड्डा बनाया हुआ था। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि स्मैकियों के साथ ही अराजक लोग यहां हर किस्त का गलत काम करते थे, जिससे लोगों का जीना मुहाल था। सुबह कब्जा हटाने की कवायद में भी कुछ कब्जेदारों ने विरोध किया तो आरपीएफ जवानों ने उन्हें दौड़ा कर खदेड़ा।

फिर नहीं पहुंचा पुलिस-प्रशासन

कॉलोनी से अवैध कब्जा हटाने की कवायद में एनई रेलवे के साथ ही पुलिस प्रशासन को भी सहयोग करना था। लेकिन पूरी कवायद खत्म होने तक पुलिस प्रशासन की ओर से कोई मदद रेलवे टीम को नहीं मिली। एडीईएन के निर्देश पर कब्जे वाले कंडम पड़े मकानों को तोड़ा भी गया जिससे फिर से उनमें लोग न रह सके। एडीईएन ने बताया कि कब्जा हटाए जाने के बाद उन जर्जर मकानों की नीलामी होनी है। इस मुहिम में एडीईएन एके श्रीवास्तव के साथ ही वर्क इंस्पेक्टर दिनेश गोपाल शर्मा, वेलफेयर इंस्पेक्टर जयराम सिंह और आरपीएफ इंस्पेक्टर कन्हैया सिंह भी साथ रहे।