ऊर्जा मंत्री ने स्मार्ट सिटी के कार्यो की ली समीक्षा बैठक

नगर निगम, एमडीए समेत बिजली विभाग को दिए विशेष दिशा निर्देश

Meerut। स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल मेरठ में विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसके तहत मंगलवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने स्मार्ट सिटी से संबंधित कई बिंदुओं पर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने जिले के बिजलीघरों को आदर्श बिजलीघर और चौराहों को स्मार्ट चौराहे बनाने की योजनाओं पर समीक्षा की। ऊर्जा भवन में आयोजित बैठक में विद्युत विभाग समेत एमडीए, नगर निगम, पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

उपभोक्ता का होगा सम्मान

मेरठ में बिजलीघरों को स्मार्ट बिजलीघर बनाया जाएगा। ऊर्जा मंत्री ने सभी सब स्टेशन के अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं को 31 मार्च तक आदर्श बिजलीघर बनाने के निर्देश दिए। आदर्श बिजलीघर में उपभोक्ता देवोभव के विचार के साथ ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिसमें बिजली विभाग के उपभोक्ता का सभी वितरण खंडों में सम्मान होगा। साथ ही सभी उपभोक्ताओं की छोटी से बड़ी शिकायत तय समय में दूर की जाएगी। इसके साथ ही उपभोक्ता के बैठने की पूरी व्यवस्था, साफ सफाई, पानी पीने की व्यवस्था होगी।

पूरा होगा स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट

इन बिजलीघरों से जुडे़ हर ट्रांसफार्मर फीडर पर बिजली की एनर्जी अकॉउंटिंग के लिए मीटर लगे होंगे। साथ ही विद्युत वितरण संहिता 2005 के प्रमुख बिन्दुओं के साथ सब स्टेशन में कार्यरत बाबूओं से लेकर अधिशासी अभियन्ता तक का फोन नम्बर और फोटो बिजलीघर पर ही लगाए जाएंगे। निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए ब्रेकडाउन तय समय पर अटेंड करने और नए कनेक्शन से लेकर मीटर बदलने के लिए समय सीमा का गंभीरता से पालन होगा।

21 चौराहे बनेंगे स्मार्ट

बैठक में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शहर के 9 चौराहों के बजाए सभी प्रमुख 21 चौराहों को स्मार्ट बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर के सभी मुख्य सड़कों और एंट्री पाइंट को कूडे़ के ढेर से मुक्त किया जाए इसके लिए नगर निगम को साफ सफाई की विशेष व्यवस्था करने के दिशा निर्देश दिए। इस दौरान नगर निगम और एमडीए ने आउटर रिंग रोड और इन रिंग रोड के प्रस्ताव समेत स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टस पर ऊर्जा मंत्री के साथ समीक्षा की।

ये रहे मौजूद

बैठक में विधायक सोमेंद्र तोमर, जितेंद्र सतवाई, मुकेश सिंघल, एमडी अरविंद मल्लपा बंगारी, एमडीए वीसी राजेश पांडेय, नगरायुक्त डा अरविंग चौरसिया, निदेशक वाणिज्य आईपी सिंह, एनके अरोड़ा, राजकुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे।