- 350 डिग्रियों की फोटो कॉपी है धुंधली तो मंगाई गई दूसरी कॉपी

- कोर्ट के आदेश पर यूनिवर्सिटी में चल रही है एलएलबी डिग्री की जांच

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले 150 सौ स्टूडेंट्स की डिग्री संदिग्ध पाई गई हैं। आगे की जांच के लिए इनकी ओरिजनल कॉपी मांगी गई है। वहीं 350 डिग्रियों की कॉपी भी स्पष्ट नहीं। उनकी भी दूसरी कॉपी मांगी गई है। कोर्ट के आदेश पर हुए वेरिफिकेशन में कुल पांच सौ डिग्रियां संदेह के घेरे में हैं। अब यूनिवर्सिटी ने ओरिजनल मार्कशीट कॉल की है, जिसके बाद ही इनकी वेरिफिकेशन प्रॉसेस आगे बढ़ सकेगी।

आई थीं साढ़े दस हजार डिग्रियां

डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में लॉ की डिग्रियों के वेरिफिकेशन के लिए करीब साढ़े दस हजार स्टूडेंट्स की डिग्री यूनिवर्सिटी पहुंची थी। यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार इस प्रॉसेस को जल्द कंप्लीट करने में जुटे हुए थे, जिसे सितंबर के थर्ड वीक में फाइनल करके भेज दिया गया। इसमें यूनिवर्सिटी ने करीब साढ़े नौ हजार से ज्यादा डिग्रियों को वेरिफिकेशन में ग्रीन सिग्नल दिया, जबकि धुंधली फोटोकॉपी की गई करीब 350 डिग्रियों की दोबारा कॉपी मंगवाई गई है। वहीं करीब 150 डिग्रियां ऐसी हैं, जिनके डाटा मैच नहीं हो पा रहे हैं, जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने उनकी ओरिजनल मार्कशीट मंगवाई है।

बैक या इंप्रूवमेंट की जांच

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों की मानें तो जो भी पांच सौ डिग्रियों की जांच नहीं हो सकी है, उसमें से करीब 350 की फोटोकॉपी दोबारा मंगवाई गई है, जिससे मा‌र्क्स और रोल नंबर क्लीयर हो सके। कॉपी आने के बाद इन डिग्रियों का वेरिफिकेशन हो पाएगा। वहीं जो 150 डिग्रियां बची हुई हैं, उनमें यह जांच की जानी है कि कैंडिडेट्स ने कहीं बैक पेपर या इंप्रूवमेंट तो नहीं भरा था, जिसकी वजह से उनकी मार्कशीट मैच नहीं कर रही है। अगर इसके बाद भी डाटा मैच नहीं करता है, तो उन कैंडिडेट्स के खिलाफ निगेटिव एंट्री हो सकती है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

वर्जन

जितनी भी डिग्रियां वेरिफिकेशन के लिए आई थीं, सबको वेरिफाई कर लिया गया है। करीब 150 डिग्रियां संदिग्ध मिली है, जिनकी ओरिजनल कॉपी मंगवाई गई है। इसके बाद आगे कोई कदम बढ़ाया जाएगा।

- अमरेंद्र कुमार सिंह,

एग्जामिनेशन कंट्रोलर, डीडीयूजीयू