-2000 के बाद जारी हुए तमाम फर्जी लाइसेंस

-फर्जी लाइसेंस पर आल इंडिया परमिट कराया जारी

GORAKHPUR:

फर्जी लाइसेंस प्रकरण में अभियुक्त भले जमानत की अर्जी डाल रहे हैं। लेकिन जांच की रफ्तार धीमी नहीं पड़ी है। रविवार को एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग के कांस्टेबल सहित क्0 लोगों को अरेस्ट किया। डीएम के दस्तावेज से मिलान के दौरान सभी का लाइसेंस फर्जी पाया। नाम सामने आने पर एसआईटी ने सभी को खोराबार थाने पर बुलाया था। जांच में पता लगा कि ख्000 के बाद बने उनके लाइसेंस पूरी तरह से फर्जी हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ आ‌र्म्स एक्ट का मामला दर्ज कर पुलिस अरेस्ट कर लिया। इस प्रकरण में ख्000 के बाद लाइसेंस विभाग के नोडल अफसर रहे अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी।

जांच में पकड़ा गया मामला

शहर में फर्जी लाइसेंस बनवाकर लोगों ने असलहे खरीद लिए थे। लाइसेंस बनवाने वाले गैंग ने हर आवेदक से लाखों रुपए की वसूली कर फर्जीवाड़ा किया। डीएम कार्यालय से लाइसेंस जारी करने पर लगी रोक के बावजूद लोगों ने धड़ल्ले से लाइसेंस ले लिया। पुलिस की जांच में पता लगा कि लोगों ने जानबूझकर यह गलती की। किसी भी लाइसेंसधारी ने पुलिस को सूचना देने की जहमत नहीं उठाई। बल्कि खुद को बेकसूर बताकर लोग मामले को दबाने की कोशिश में जुटे रहे। जबकि, यह बात सामने आ चुकी थी कि क्99क् से लेकर ख्000 के बीच जारी लाइसेंस के नाम पर हेरफेर कर बनवाए गए थे। इसलिए पुलिस अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।

पुलिस ने इनको किया अरेस्ट

कांस्टेबल विजय प्रताप सिंह, रामलखना

रिटायर टीचर राम नयन, नौआ अव्वल, खोराबार

विनोद कुमार सिंह, कुई बाजार, खोराबार

राम निवास यादव, जंगल चवरी, खोराबार

जगदीश शुक्ला, जर्दा, भैंसहा, खोराबार

रामहित यादव, छपरा, खोराबार

महताब अहमद, जंगल चंवरी, खोराबार

राम आशीष निषाद, मिर्जापुर, खोराबार

मोहम्मद बिन कासिम, जंगल सिकरी, खोराबार

रामचंदर, जंगल रामलखना, ख्ाोराबार

ख्9 यूआईएन पर तीन असलहे, अन्य फर्जी

एएसपी ने बताया कि जिले में एक यूआईएन पर तीन असलहे भी जारी किए गए हैं। इनमें ख्9 यूआईएन ऐसे हैं जिन पर तीन-तीन असलहे जारी किए गए हैं। इनके अलावा जितने भी इस तरह के लाइसेंस जारी किए गए हैं वह सभी फर्जी पाए गए हैं। पकड़े गए लोगों ने जिला के अलावा प्रदेश और आल इंडिया का लाइसेंस बनवाया था। उनके पास से सिंगल बैरल, डबल बैरल बंदूकों के अलावा राइफल और रिवाल्वर बरामद हुई है। कांस्टेबल विजय प्रताप सिंह ने एक यूआईएन पर रिवाल्वर, राइफल और डबल बैरल बंदूक जारी कराया थ्ा।

वर्जन

फर्जी लाइसेंस प्रकरण में जांच चल रही है। फर्जी लाइसेंस पर असलहा खरीदने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कई लोगों से पूछताछ की गई। इसके बाद क्0 लोगों को फर्जी लाइसेंस पर अवैध असलहा संग अरेस्ट किया गया।

-रोहन प्रमोद बोत्रे, एएसपी, सीओ कैंट