- 'जागरण कनेक्शन लखनऊ' में लखनवाइट्स ने मिलकर मचाया धमाल

- हजरतगंज चौराहे पर चली गीत-संगीत, गेम्स और एंटरटेनमेंट की फुल क्लास

LUCKNOW: जो सोवत है, वह खोवत है, जो जागत है, वह पावत है। जी हां, यह लाइन बिल्कुल फिट बैठती हैं क्योंकि 'जागरण कनेक्शन लखनऊ' में जो कोई शामिल हुआ, उनकी संडे की मॉर्निग फन-डे मॉर्निग हो गई। दैनिक जागरण विद आई नेक्स्ट की देखरेख में संडे को हजरतगंज चौराहे पर ऑर्गनाइज हुए इस एंटरटेनमेंट की क्लास में लखनवाइट्स ने खूब धमाल मचाया। बैंड के कलाकारों ने साज पर सुर छेड़ा तो रही-सही कसर डांस के धमाके ने पूरी कर दी। क्या नहीं था यहां, योग, सेल्फ डिफेंस, मेडिटेशन, आर्ट ऑफ लिविंग, प्ले, साइकिलिंग, स्केटिंग और एंटरटेनिंग गेम्स के अनोखे संगम ने लखनऊ की सरजमीं को एक नए रंग में सराबोर कर दिया। एक नजर में देखिए, कुछ यूं चली मस्ती की क्लास।

पंजाबी भंगड़ा और बैंड का धमाल

म्यूजिक की तेज धुन ने मानों दिल के तार छेड़ दिए हों। कदम खुद-ब-खुद स्टेज की ओर बढ़ने लगे। सिंगर इमरान की आवाज और पंजाबी भंगड़े में महिलाओं, च्च्चों और यंगस्टर्स ने ऐसी धूम मचायी कि बुजुर्ग भी खुद को थिरकने से रोक न सके। वहीं डांस सीखने के च्च्छुक लोगों को दीपांकर तिवारी ने डांस टिप्स दिये।

योग से बनिये तंदरुस्त

योग की भी क्लास चली। लोगों को योग के जरिये रोगमुक्त रहने के संदेश को गहराई से जाना। इस दौरान वॉव योगा वेलनेस सेंटर के शंभू कुमार ने बीमारी से मुक्ति व शरीर को तंदुरुस्त बनाने के लिए कई उपाय बताए। महिलाओं के साथ-साथ च्च्चों ने भी योग सीखा।

क्योंकि जीना इसी का नाम है

भागदौड़ भरी जिंदगी। हर इंसान की अपनी कोई व्यक्तिगत समस्या है। परेशानियों को कभी खुद पर हावी न होने दें। जियें ऐसे कि दूसरों को जीना आ जाए, क्योंकि जीवन इसी का नाम है। लखनऊ कनेक्शन कार्यक्रम में नीरू शर्मा ने लोगों को जीवन के विभिन्न रंगों के बारे में बताया।

ध्यान और धारणा का साथ

एकाग्रता जीवन का खूबसूरत पहलू है। जो इंसान खुद के जीवन की दिशा संयमित एवं एकाग्र मन से तय करेगा, वह जिंदगी के ऊंचे आयाम हासिल करेगा। मेडिटेशन की जानकारी दे रहे स्वामी राम शंकर ने लोगों को जीवन के वास्तविक सौंदर्य से परिचय कराया। इस दौरान हर वर्ग के लोगों ने मेडिटेशन के बारे में सवाल किए और अपनी जिज्ञासा शांत की।

नन्हें उस्ताद, स्केटिंग के बादशाह

देखने में मासूम, लेकिन स्केटिंग के बादशाह। करतब ऐसे कि आंखें खुली रह जाएं। एसजीपीजीआइ से देवाशीष विश्वास की टीम ने स्केटिंग शुरू की, तो देखने वालों का हुजूम इकट्ठा हो गया। यही नहीं म्यूजिक की तेज धुन पर स्केटर्स ने डांस की प्रस्तुति भी दी।

बैडमिंटन, क्रिकेट में छू-मंतर हुई सर्दी

यहां तब तक मस्ती का छोटा सा शहर बस चुका था। ढोल-ताशे की धुन पर थिरक रहे युवाओं को देखते ही मानो सर्दी काफूर हो गई। इतने आयोजन इतने लोग कि दोपहर कब हो गई, पता ही नहीं चला। बैडमिंटन और क्रिकेट में लोग दस्ताने और जैकेट उतारकर शामिल हुए और खूब जमकर खेले।

कंचे और पतंगबाजी की क्या बात

बांहें समेट कर पतंगबाजी में दो-दो हाथ करने वालों की तादाद भी कम नहीं थी। दूसरी ओर पैंट चढ़ाकर कंचे खेलने वालों की भी कमी नहीं। यंगस्टर्स से लेकर च्च्चों, महिलाओं ने कंचे और पतंगबाजी में खूब हाथ आजमाए। सुधी पाठकों से अगले रविवार फिर मिलने का वादा कर विदा ली।

आज मस्ती डबल हो जाए

हर सुबह एक जैसी, हर संडे एक जैसा, कुछ भी नया नहीं। जिंदगी का वही रुटीन, घर के कामकाज में खुद के लिए मौका ही नहीं मिलता है। लेकिन लखनवाइट्स बोले कि दैनिक जागरण विद आई नेक्स्ट के इवेंट 'लखनऊ कनेक्शन' कार्यक्रम की पहल बहुत च्च्छी है। फैमिली संग लोग पहुंचे और अगली बार सभी ने फिर इस मस्ती की क्लास में शामिल होने की बात कही।

बॉक्सिंग और ताइक्वांडो भी

कार्यक्रम में केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बॉक्सिंग खिलाडि़यों ने खेल का प्रदर्शन करके सबको हैरत में डाल दिया। बॉक्सिंग कोच राम सिंह के निर्देशन में खिलाडि़यों ने जमकर पंच चलाए। वहीं ताइक्वांडो का प्रदर्शन करते बच्चों ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। इन खिलाडि़यों ने न सिर्फ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया बल्कि कई नए लोगों को ताइक्वांडो के लिए प्रेरित भी किया।

डीएम बोले, कैरम खेलेंगे

फन डे पर कैरम का लुत्फ उठाया। सड़क पर ही टेबल व कुर्सी पर कैरम सजा और फिर लोगों ने उसका भरपूर मजा लिया। काफी च्च्चे तो पूरे समय कैरम खेलने में जुटे रहे। इस बीच डीएम राजशेखर ने भी कैरम खेला। इस मौके पर कैंट क्षेत्र की विधायक रीता बहुगुणा जोशी भी शामिल रहीं।

ये शह और आपकी मात

शतरंज की बिसात पर अपना दिमाग लगाने के लिए रविवार को लोगों ने खेलने का मौका मिलने का इंतजार भी किया। नन्हे आयुष ने एक के बाद एक कई लोगों के साथ बाजी खेली। दूसरी ओर, क्0 साल का सौम्य अपने पापा से जिद कर रहा था कि पापा मुझे भी निशाना लगाना है। सौम्य ने पूरे जोश के साथ डार्ट बोर्ड पर खूब निशाना लगाया।

स्किल गेम्स ने खोलीं दिमाग की गांठें

भागदौड़ और तनाव भरी जिदंगी में चुनौतियां आती रहती हैं। ऐसे में खुद को संभालना आसान नहीं है, लेकिन कई ऐसे उपाय हैं, जिनको आजमा कर इनसे उबरा जा सकता है। संडे फन डे की सुबह हजरतगंज पहुंचे लोगों को इसके कई उपाय प्रो स्किल्स की रचना भट्नागर ने खेल-खेल में ही सिखा दिए। इसके अलावा नंबर गेम, टंग ट्विस्टर, एब्सर्ड आंसर, अंत्याक्षरी में लोगों ने खूब एंज्वॉय किया।

श्यामा चिडि़या भी रही व्यस्त

फन डे में आए लोगों को भविष्य बताने वाली श्यामा चिडि़या को लेकर कैलाश नाथ भी मौजूद थे। फुदकती चिडि़या पिंजड़े से निकलती और फिर कतार में पड़े कई लिफाफों को चोंच से हिलाती-डुलाती। फिर एक लिफाफेसे भविष्य लिखा कार्ड खींच लेती। लोगों ने बड़ी जिज्ञासा ने इसमें पार्टिसिपेट किया।

तिरंगा तो किसी ने बनवाया फूल

फेस पेंटिंग व टैटू के स्टॉल पर भी युवाओं की भीड़ रही। श्याम जहां टैटू बना रहे थे तो दूसरी ओर पंकज युवाओं के चेहरों पर मनचाही आकृति बना रहे थे। स्केच के जरिए मौके पर ही कागज पर युवाओं की आकृति उतारने में माहिर अनुज की ओर भी युवाओं की भीड़ रही। शुभम, हुमैरा, रंजीत सहित कई युवाओं ने टैटू के साथ स्केच बनवाए।

आज छुट्टी का दिन था। घर में सभी ने फिल्म का प्लान किया था। लेकिन च्च्छा हुआ जो यहां आ गए। आउटिंग के साथ फैमिली के साथ पिकनिक भी हो गई। जितनी उम्मीद थी, उससे कहीं बेहतर रहा यह प्रोग्राम।

- मनीष गोयल

जो यहां आ गए हैं, वह अब हर बार यहां आएंगे। ऐसा प्रोग्राम शहर में शायद ही कभी हुआ है। च्च्चों के साथ मुझे भी यहां आने पर बहुत खुशी है।

- केएल मौर्या

दिल खुश हो गया। हर एज ग्रुप के लिए कुछ ना कुछ है। पतंग उड़ाइये या फिर टैटू बनवाइये। इस बार तो अपने बेटे के साथ आया था, लेकिन अगली बार पत्‍‌नी को लेकर आऊंगा।

- पवन, मेमोरी ट्रेनर