- स्कूल मे पढ़ाई के दौरान नहीं होगा किसी तरह का एग्जाम

- एनसीईआरटी ने प्री स्कूलों के लिए जारी की गाइडलाइन

LUCKNOW राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद एनसीईआरटी के प्री स्कूलों में एडमिशन के लिए बच्चों का टेस्ट नहीं लिया जाएगा। यही नहीं इन स्कूलों में पढ़ाई के दौरान भी बच्चों का कोई टेस्ट नहीं लिया जाएगा। परिषद की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि एडमिशन के बाद भी स्कूल पैरेंट्स के साथ कोई मनमानी नहीं कर सकेंगे।

खत्म होगी स्कूलों की मनमानी

एनसीईआरटी ने कहा गया है कि प्री स्कूल के बच्चों के आकलन का मकसद उन पर पास या फेल का ठप्पा लगाना नहीं है। नए शैक्षिक सत्र में राजधानी में सभी बड़े स्कूलों में बच्चों के एडमिशन के दौरान उनका और पैरेंट्स का टेस्ट लिया जाता है, जिसमें मनमानी की शिकायतें सामने आती हैं। इस मनमानी को रोकने के लिए ही यह कदम उठाया गया है।

सिलेबस बना रहा बच्चों को बोझिल

एनसीईआरटी ने स्पष्ट किया है कि देश में प्री स्कूल का सिलेबस बच्चों को बोझिल बना रहा है। कुछ स्कूलों में ऐसे भी प्रोग्राम हैं जहां अंग्रेजी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा दी जाती है। होमवर्क आदि के चलते उनके खेलने का अधिकार छीन लिया जाता है। अत्यधिक दबाव के चलते बच्चों पर मानसिक बोझ बढ़ता है।

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गाइडलाइन तैयार की गई

एनसीईआरटी ने प्री स्कूल एजुकेशन के लिए गाइडलाइन तैयार की है। गाइडलाइन में स्पष्ट है कि हर बच्चे की प्रगति का लगातार आकलन हो, इसके लिए चेकलिस्ट, पोर्ट फोलियो और अन्य बच्चों के साथ संवाद जैसी तकनीकों एवं उपकरणों का यूज किया जाए। टीचर संक्षिप्त नोट बनाकर बताएं कि बच्चे ने स्कूल में कैस समय बिताया। इस रिपोर्ट में सामाजिक संबंध, भाषा के प्रयोग, संवाद के तरीके, स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी होनी चाहिए।