- नवाचार बढ़ाने को प्रदेश के स्कूलों में पहली बार समिट

- लगभग 10 हजार स्कूलों में नवाचार को बढ़ावा देगी संपर्क फाउंडेशन

- 4 साल में इस बार सबसे कम केंद्रों पर होगी बोर्ड परीक्षा

LUCKNOW : बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में पहली बार स्कूल समिट का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश के डिप्टी सीएम व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ। दिनेश शर्मा ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि सीआईआई के सहयोग से 11 और 12 दिसंबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाले इस आयोजन में सीएम योगी, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविद्, दूसरे प्रदेशों के शिक्षा मंत्री और सचिव, गूगल, अजीम फाउंडेशन आदि प्रतिष्ठित संस्थाओं के प्रतिनिधि भाग लेंगे। संपर्क फाउंडेशन नवाचार के लिए 100 करोड़ का निवेश करेगी। यह संस्था लगभग 10 हजार स्कूलों में नवाचार को बढ़ावा देगी।

क्लासेस में होगा सकारात्मक परिवर्तन

डॉ। शर्मा ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि प्राथमिक से लेकर इंटर तक की कक्षाओं में नवाचारी विचार हो जिनमें तकनीक के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके। अलग-अलग सत्रों में अलग-अलग विषयों पर विचार विमर्श किया जाएगा। समिट में 1100 प्रधानाचार्य और शिक्षक भी सहभागी होंगे, जिससे शिक्षा में हो रहे विभिन्न प्रकार के परिवर्तनों में उत्तर प्रदेश की भी सहभागिता हो सके। उन्होंने कहा कि समय के साथ आज शिक्षा में बदलाव आ रहा है इसलिए हम अगर शिक्षा के लिए नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग नहीं करेंगे तो पीछे हो जाएंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि पहले सत्र में नवाचार, दूसरे सत्र में कक्षा रूपांतरण के लिए नवीन क्रांतिकारी तकनीक, तीसरे सत्र में ग्लोबल वेस्ट पर चर्चा करेंगे। नवाचार को लेकर आमूलचूल परिवर्तन के लिए कदम उठाया जाएगा।

इसे पहले हरियाणा में हो चुका है समिट

प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कांफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री की तरफ से स्कूल समिट के अध्यक्ष विनीत नायर ने कहा कि स्कूल समिट का इससे पहले हरियाण में आयोजन किया जा चुका है। यूपी में यह दूसरा आयोजन सीआईआई और माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम की तरफ से 5 ट्रिलियन डालर इकोनॉमी का जो लक्ष्य रखा गया है, उस तक अगर पहुंचना है तो एजुकेशन को निवेश के रूप में देखना होगा।

यह संस्थाएं होगी शामिल

एचसीएल

गूगल इंडिया

संपर्क फाउण्डेशन

कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउण्डेशन

अजीज प्रेमजी फाउण्डेशन

यह प्रकाश होंगे शामिल

मैकमिलन

मैक्ग्राहिल

हार्पर कालिन

स्कॉलेस्टिक

पेंग्विन

राजकमल प्रकाशन

वाणी प्रकाशन