-कोरी नारेबाजी करते रह गए शिक्षकों के गुट, नहीं चली एक

-तीनों मूल्यांकन केंद्रों में डटा रहा पर्याप्त पुलिस बल

-नाराज शिक्षक गुटों ने जीआईसी में फूंका डीआईओएस का पुतला

-प्रशासन और शिक्षकों में हुई तीखी झड़प

UNNAO:

प्रशासन ने छठवें दिन शनिवार को पर्याप्त पुलिस बल के साथ तीनों मूल्यांकन केंद्रों में पहुंच कर कोठारों के ताले खुलवा कर मूल्यांकन कार्य प्रारंभ करा दिया। जितने भी शिक्षक संगठनों के गुट बीते पांच दिनों से मूल्यांकन केंद्रों पर डेरा डाल कर मूल्यांकन कार्य का विरोध और बहिष्कार कर रहे थे, प्रशासन की सख्ती और घुड़की के आगे उनकी एक नहीं चली। विरोध के दौरान जीआईसी केंद्र में पुलिस व प्रशासन के साथ मूल्यांकन का विरोध कर रहे शिक्षकों की हल्की धक्का मुक्की भी हुई, लेकिन इस दौरान अधिकारियों ने मेन गेट बंद करा दिया। शिक्षक सिर्फ गेट के बाहर से ही जिला विद्यालय निरीक्षक व पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के कोरे नारे ही लगाते रह गए। कोई भी गुट प्रशासन से टकराने का साहस नहीं जुटा सका। इससे नाराज वित्तविहीन शिक्षकों व चंदेल गुट के शिक्षकों ने कॉलेज परिसर में ही नारेबाजी करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक का पुतला फूंक कर अपना विरोध प्रकट किया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और हड़ताली शिक्षकों में तीखी झड़प और धक्का मुक्की भी हुई।

जिला विद्यालय निरीक्षक एसएम सिद्दीकी ने बताया कि सबसे पहले वह जीआईसी चमरौली मूल्यांकन केंद्र पहुंचे, जहां पर तहसीलदार पुरवा ने वहां पर धरना प्रदर्शन कर रहे विभिन्न गुटों के शिक्षकों को गेट के बाहर का रास्ता दिखा कर कोठार का ताला खुलवा कर वहां मौजूद डीएचई (डिप्टी हेड एक्जामिनर) को मूल्यांकन के लिए कापियां दिलाईं। उन्होंने बताया कि इसके बाद वह राजकीय बालिका इंटर कॉलेज उन्नाव मूल्यांकन केंद्र पहुंचे। यहां पर भी उपजिलाधिकारी शशिकांत प्रसाद ने मूल्यांकन कार्य के विरोध में प्रदर्शन कर रहे शिक्षक गुटों को गेट के बाहर कर दिया और कोठार के ताले खुलवा कर डीएचई को मूल्यांकन कार्य कराने के लिए कापियां दिलवाईं। इसके बाद जीआईसी उन्नाव मूल्यांकन केंद्र पहुंचे। यहां पर मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे शिक्षकों ने जैसे ही नारेबाजी शुरू की तो प्रशासन ने अपने तेवर दिखाते हुए मेन गेट का ताला बंद करा दिया। इसके बाद एसडीएम बीघापुर मृत्युंजय राम ने पुलिस बल की मौजूदगी में कोठारों के ताले खुलवा कर डीएचई को उत्तर पुस्तिकाएं देकर मूल्यांकन कार्य शुरू करा दिया।

वहीं दूसरी ओर वित्तविहीन शिक्षक संघ बागी गुट व लालबिहारी गुट और वित्तविहीन शिक्षक महासभा के शिक्षकों का कहना है कि वह लोग जीआईसी केंद्र पर मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे थे। तभी प्रशासन व पुलिस के लोग आ गए। विरोध कर रहे शिक्षकों ने जब अंदर जाने का प्रयास किया तो इस बीच पुलिस और प्रशासन से उनकी धक्का मुक्की भी हुई। जिस पर मूल्यांकन केंद्र का गेट बंद कर दिया गया। इसी दौरान वित्तविहीन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश बागी ने भी नारेबाजी करते हुए अंदर जाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी भी एक न चली।

मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों की संख्या रही कम

माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष उमाशंकर तिवारी का कहना है कि पर्याप्त पुलिस बल की मौजूदगी में मूल्यांकन कार्य की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। उन्होंने बताया कि शर्मा गुट के साथ चंदेल गुट के भी कई शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य के लिए हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने बताया कि कई दिनों से मूल्यांकन कार्य नहीं हो पा रहा था, जिससे शिक्षकों की संख्या आज कम रही। उन्होंने बताया कि रविवार से तीनों केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में शिक्षक पहुंच कर मूल्यांकन कार्य करेंगे।