- शोहदों से निपटने के लिए छात्राओं को दिए गए टिप्स

- अब टीचर्स ही शोहदे बन करने लगे छेड़खानी

- बेसिक शिक्षा विभाग भी नहीं करता कार्रवाई

GORAKHPUR: शहर में कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है। यहां क्रिमनल इतने डरे हुए हैं कि जमानत कैंसिल कराकर खुद जेल चले जा रहे हैं। करप्शन तो सरकारी दफ्तरों से गायब ही हो गया है। इतना सब कुछ सुनकर जिम्मेदार भी फूले नहीं समा रहे हैं। लेकिन सच्चाई की बात की जाए तो यह बिल्कुल अलग है। गोरखपुर शहर में हर दिन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं हो रही हैं। शहर में स्कूल, कॉलेज या ऑफिस जाने वाली ग‌र्ल्स दिन दहाड़े छेड़ी जा रही हैं। रेप के भी मामले आए दिन शर्मसार कर रहे हैं। अभी तक स्कूल जो छात्राओं के लिए सेफ माना जाता था, वहां भी इनका शोषण शुरू हो गया है। हालत ये है कि कई पैरेंट्स ने तो लड़कियों की पढ़ाई तक छुड़ा दी है। लड़कियों के साथ हो रही इस तरह की घटनाओं के सवाल पर अब जिम्मेदार के पास भी मुंह छिपाने के सिवा कोई जवाब नहीं बचा है।

सिस्टम से तीखा सवाल -

रिपोर्टर- स्कूलों में भी छात्राएं अब सेफ नहीं है इसका क्या कारण है?

बीएसए- ऐसा नहीं है छात्राओं को सेल्फ डिफेंस से लगाए तमाम ट्रेनिंग दी जा रही है। यहां इनकी सुविधाओं का पूरा ध्यान दिया जाता है। कुछ मामले आए हैं उनमे हमने कार्रवाई की है।

रिपोर्टर- आए दिन बेलगाम टीचर्स ही छात्राओं के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इस पर आपको क्या कहना है?

बीएसए- इधर कुछ स्कूलों में ऐसे मामले आए हैं, जहां पर टीचर ने ऐसा किया है। जो गुरू शिष्य के संबंधों को शर्मसार करने वाला था। ऐसे टीचरों के ऊपर दंडात्मक कार्रवाई की जाती है।

रिपोर्टर-हाल फिलहाल में किसी शिक्षक पर कार्रवाई की है?

बीएसए- अभी कुछ दिन पहले कौड़ीराम में एक छात्रा के साथ टीचर ने छेड़छाड़ की थी, जिसके ऊपर एफआईआर कराई गई थी। विभागीय कार्रवाई भी चल रही है।

रिपोर्टर- सड़क और स्कूल में छेड़छाड़ की घटनाओं से आहत होकर छात्राएं स्कूल छोड़ रही हैं?

बीएसए- इधर कुछ ऐसे मामले आए हैं इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को लगाया गया है कि वे जाकर घरवालों से बात करें और पैरेंट्स को समझाकर बच्ची का स्कूल फिर से शुरू करवाएं।

डीआईओएस से तीखी बात

रिपोर्टर- सर, शोहदों के खौफ से छात्राएं स्कूल छोड़ रही हैं इसके लिए आप क्या कदम उठा रहे हैं।

डीआईओएस- ऐसा नहीं है कुछ जगहों पर जरूर ऐसी शिकायतें आई थीं जिसपर तत्काल कार्रवाई की गई थी। मैं खुद स्कूलों में जाता हूं तो वहां छात्राओं से पर्सनली बात करता हूं और अपना नंबर भी देकर आता हूं, जिससे उन्हें कोई प्रॉब्लम हो, तो वह हमें बता सकें।

रिपोर्टर- स्कूल में टीचर भी छात्राओं को छेड़ रहे हैं, इस काम पर कैसे रोक लगेगी?

डीआईओएस-जिस टीचर का भी ऐसे मामलों में नाम आएगा उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा।

रिपोर्टर- छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग के लिए आप क्या कर रहे हैं?

डीआईओएस- छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने के लिए कई प्लान तैयार किए गए हैं जिसके तहत उन्हें ट्रेंड किया जा रहा है।

रिपोर्टर-टीचर को भी अवेयर करेंगे क्या?

डीआईओएस- एक प्लान तैयार किया जा रहा है,जिसमे टीचर की भी क्लास चलाई जाएगी।

स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं-

1-8 अगस्त को सहजनवां स्थित सेंट जोसेफ कॉलेज में टीचर ने छात्रा के साथ छेड़छाड़ की। परिजनों ने किया हंगामा।

2-31 जुलाई को पिपराइच इलाके में कोचिंग टीचर ने 10वीं की स्टूडेंट के साथ रेप किया।

3-30 जुलाई को सहजनवां एरिया में प्रबंधक ने छात्रा के साथ छेड़छाड़ की।

4- गुलरिहा इलाके में शोहदों के द्वारा छेड़खानी करने को लेकर आहत हुई छात्रा ने स्कूल जाना छोड़ दिया।

5-27 जुलाई को गगहा इलाके में एक स्कूल में छात्रा के साथ टीचर ने गलत हरकत की। पैरेंट्स ने हंगामा किया तो सस्पेंड हुआ टीचर।

छात्राओं के लिए फेल रही ये योजना -

-स्कूलों में मीना मंच का किया था गठन।

-गुड टच और बैड टच के दिए गए टिप्स।

-स्कूलों में दी गई थी जूडो कराटे की ट्रेनिंग।