PATNA: एनडीए के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर द्वारा देश में बढ़ रहे असहिष्णुता पर उठाए गए सवाल भले ही भाजपा को नागवार लगे पर सच्चाई वही है जो कैसर कह रहे हैं। इस सवाल पर लोजपा अध्यक्ष एव केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को भी स्पष्ट करना चाहिए। ये कहा जेडीयू के प्रवक्ता डॉ निहोरा प्रसाद यादव ने।

कहा कि देश में कई महीनों से इस तरह के सवाल उठ रहे हैं पर इसके तह में जाने के बजाय भाजपा व्यक्तिगत टिपण्णी कर उसे दबाने का प्रयास करती रही है। दबाने से समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता, बल्कि ऐसी भावनाओं को और मजबूती मिलती है। जब देश में ऐसे सवाल उठ रहे हैं तो एक सक्षम और निष्पक्ष सरकार को इसके कारणों के जड़ में जाना चाहिए। कहा कि सरकार की संवैधानिक जिम्मेवारी भी बनती है कि देश का कोई वर्ग, धर्म और समुदाय उनके सरकार और दल के नेताओं के व्यवहार से आहत न हो। पर यहां तो यदि कोई सही बात कह रहा है तो उसे मुसलमान, ईसाई और दलित एवं सरकार के विरोधी होने के नजरिए से देखा जा रहा है। जब तक शासक वर्ग का नजरिया इस प्रकार रहेगा देश में असहिष्णुता और बढ़ेगा। शासन को इन वर्गो को मुसलमान, ईसाई दलित और सरकार विरोधी होने के नजरिए से न देखकर देश के नागरिक के रूप में देखना चाहिए। जब इस तरह का नजरिया रखा जाया जाने लगेगा तब इन वर्गो के मन से भय और असुरक्षा की भावना समाप्त हो जाएगी। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मसले को छोटा नहीं समझना चाहिए।