सब्जी मंडी से कहीं घर तक न पहुंच जाए कोरोना

बरेली।

जीने के लिए सब्जी जरूरी तो हो सकती है पर इतनी भी जरूरी नहीं हो सकती है कि उसके लिए जीवन ही दांव पर लग जाए। जी हां, लॉकडाउन के बाद भी सब्जी मंडी में हर रोज उमड़ी रही भारी भीड़ बरेलियंस को बड़ी मुसीबत में भी डाल सकती है। जाने-अंजाने यहां से खरीदी गई सब्जी उनके लिए कोरोना कैरियर तक बन सकती है। सब्जी की जरूरत के चलते ही इस खतरे को इगनोर किया जा रहा है।

सभी रहे हैं जान, पर बने अंजान

कोरोना महामारी के खतरे को अब सभी अच्छी तरह जान भी रहे हैं और अपनी जरूरत पूरी करने के लिए इस खतरे की अनदेखी भी कर रहे हैं। यह अनदेखी एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर आम बरेलियंस तक हर रोज कर रहे हैं। बरेली सिटी में ही कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद इस वायरस के स्प्रेड का खतरा बढ़ गया है। इसके लिए सभी को एक्स्ट्रा अवेयर और अलर्ट होने की जरूरत है, पर इसके बाद भी हर स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। सब्जी मंडी के हालात से यह लापरवाही जगजाहिर हो रही है।

भीड़ पर नहीं है कंट्रोल

कोरोना स्प्रेड को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस ही सबसे कारगर उपाय है। इसके लिए ही कंट्री में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। बरेलियंस वैसे तो इस लॉकडाउन को फॉलो कर रहे हैं, पर राशन व सब्जी की उनकी जरूरत इस लॉकडाउन पर भारी पड़ रही है। सब्जी की जरूरत के साथ ही इस कारोबार से जुड़े किसानों व व्यापारियों के हितों को देखते हुए एडमिनिस्ट्रेशन ने मंडी में कुछ घंटे तक इसके कारोबार की परमिशन दी है। इससे मंडी में हर रोज हजारों की भीड़ उमड़ी रही है। इस भीड़ में सिटी नहीं बल्कि डिस्ट्रिक्ट के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं। इससे यहां न लॉकडाउन की धज्जियां उड़ जाती हैं। एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर पुलिस तक मंडी में इस भीड़ को कंट्रोल नहीं कर पा रही है।

हाथ सेनेटाइज करना सिर्फ औपचारिकता

कोरोना के खतरे से अब सब्जी मंडी में मंडी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से कुछ अवेयरनेस दिखाई दे रही है। थर्सडे को यहां गेट पर ही एक मंडी कर्मचारी सेनेटाइजर के साथ मौजूद रहे। उन्होंने यहां आने वाले कुछ लोगों के हाथ सेनेटाइज भी करवाए, पर हजारों के हाथ सेनेटाइज कराना किसी भी हाल में पॉसेबल नहीं हो सका। इससे मंडी की यह कोशिश सिर्फ औपचारिकता भर रही।

परचेजर भी बरत रहे हैं लापरवाही

मंडी में सब्जी परचेज के लिए पहुंच रहे कई बरेलियंस कोरोना को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। वह बिना मास्क के ही यहां पहुंच रहे हैं और सब्जी परचेज में लंबा समय यहां बिता भी रहे हैं। इस तरह की लापरवाही बरतने वालों में सब्जी बेचने वालों के साथ ही एजुकेटेड बरेलियंस भी शामिल हैं। इस तरह की लापरवाही उनके साथ ही पूरी बरेली पर तक भारी पड़ सकती है।