मंडी है। जाहिर है खाने-पीने का सामान भी होगा। व्यापारी अपना माल सुरक्षित रखने के लिए तमाम इंतेजाम करते हैं। लेकिन, वह स्थाई नहीं है क्योंकि बिल्डिंग सरकारी है। नतीजा चूहों की पूरी फौज यहां राज करती है। इसके बाद भी हम और आप यहां से आने वाले सामान का इस्तेमाल करते वक्त एक बार भी नहीं सोचते। लेकिन, एक भी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का मतलब है बड़ा बवंडर खड़ा हो जाना। सुरक्षाकर्मियों की चिंता इसी को लेकर है।

-मुंडेरा मंडी समिति के जिन कमरों में रखी हैं ईवीएम, वहां है चूहों का राज

-सीआईएसएफ ने कमरों में चूहों की धमाचौकड़ी की डीएम से की शिकायत

-ईवीएम की सिक्योरिटी के लिए बाहर लगा सीसीटीवी, भीतर की सुरक्षा बड़ा सवाल

-कमरों के अंदर होल देखकर भड़के अधिकारी

ALLAHABAD: वोटों की गिनती क्म् को होनी है। यानी इसमें अभी एक सप्ताह का समय शेष है। मंडी में चारों तरफा खाने का इतना सामान मौजूद है कि चूहों को रोकना मुश्किल है। ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं है कि प्लास्टिक के कवर में पैक ईवीएम को भी चूहे अपना शिकार बना लें। पूरे दिन चूहों की धमा-चौकड़ी देखकर कुछ ऐसी ही चिंता दिखाई पैरामिलिट्री फोर्स के जवानो ने जो ईवीएम की सिक्योरिटी के लिए तैनात किए गए हैं। उन्होंने अपनी चिंता का इजहार डीएम पी गुरुप्रसाद के सामने भी कर दिया। चूहों को रोकने का विकल्प न मिलने पर उन्होंने साफ कह दिया कि इसके चलते कुछ होता है तो वह जिम्मेदार नहीं होंगे।

कौन हैं अंदर वाले

इलाहाबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले ख्फ् और फूलपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने वाले क्भ् प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। प्रशासन ने मतगणना के लिए इस बार भी मुंडेरा मंडी का चयन किया है। लम्बा-चौड़ा स्पेश उपलब्ध होने के कारण ईवीएम को भी यहीं रखा गया है ताकि मतगणना वाले दिन कोई दिक्कत न हो। यहां सिक्योरिटी का खास इंतेजाम है। पैरामिलिट्री के जवान राउंड द क्लॉक गश्त कर रहे हैं। बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा है ताकि वहां होने वाली हर गतिविधि को जब चाहे तब चेक किया जा सके।

अफसरों के सामने खुली पोल

थर्सडे मार्निग डीएम खुद निरीक्षण के लिए मुंडेरा मंडी पहुंच गए। उन्हें देखते ही सिक्योरिटी कर्मियों ने अपनी बात रखनी शुरू कर दी। उन्हें बाहर लगा सीसीटीवी कैमरा दिखाया और फिर भीतर ले गए। दिखाकर बताया कि जिन कमरों में इवीएम को रखा गया है वहां चूहों ने पहले से छेद कर रखा है। उनका आवागमन परमानेंट बना हुआ है यह ईवीएम के लिए खतरा भी बन सकते हैं। यह देखते ही ऑफिसर के होश उड़ गए।

उन्हें गोली कैसे मारेंगे

ऑफिसर्स का आदेश है कि ईवीएम को जिन कमरों में रखा गया है उसके आसपास किसी को फटकने न दिया जाए। कोई जबरदस्ती करके ईवीएम को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करे तो उसे गोली मार दिया जाय। इसके बाद भी सीआईएसएफ ने ईवीएम की सुरक्षा को खतरा बताया है। ईवीएम को खतरा किसी बदमाश या अराजकतत्व से नहीं, बल्कि चूहों से है। जवानों ने साफ कह दिया कि चूहों से मशीन को खतरा होता है तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। इस पर ऑफिसर्स ने बात यह कहकर टाल दी कि पहली बार यहां ईवीएम को नहीं रखा गया है। आज तक इस तरह की कोई घटना नहीं हुई

रिस्क कैसे ले सकते हैं

जवानों ने अपनी चिंता बता दी और अफसरों ने जवाब भी दे दिया। इसके बाद भी फौजियों से रहा नहीं गया। उन्होंने कैंपस से ईट के टुकड़े बटोरे और उन्हें होल में डालकर भरना शुरू कर दिया ताकि चूहों का आना-जाना बंद हो जाए। इसके बाद भी चूहे कितना खतरा बने ईवीएम के लिए, यह तो क्म् को काउंटिंग शुरू होने पर ही पता चलेगा।